नई दिल्ली में इफ्को द्वारा नैनो डीएपी – लिक्विड (Nano DAP-Liquid) का लोकार्पण

नई दिल्ली में इफ्को द्वारा नैनो डीएपी – लिक्विड (Nano DAP-Liquid) का लोकार्पण

हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री ने नई दिल्ली में इफ्को नैनो डीएपी- लिक्विड (Nano DAP-Liquid) का लोकार्पण किया है।

इफ्को Nano DAP – Liquid प्रोडक्ट का लॉन्च फर्टिलाइजर के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण शुरुआत है।

Nano DAP-Liquid के उपयोग से लाभ

  • Nano DAP-Liquid के उपयोग से सिर्फ पौधे पर छिड़काव के माध्यम से उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा दोनों को बढ़ाने के साथ-साथ भूमि का भी संरक्षण किया जा सकेगा।
  • इससे भूमि को फिर से पूर्ववत करने में बहुत बड़ा योगदान मिलेगा और केमिकल फर्टिलाइजर युक्त भूमि होने के कारण करोड़ों भारतीयों के स्वास्थ्य को जो खतरा बन रहा था वह भी समाप्त हो जाएगा।
  • Nano DAP-Liquid की 500 मिली की एक बोतल का फसल पर असर 45 किलो दानेदार यूरिया की बोरी के बराबर है।
  • लिक्विड होने के कारण DAP से भूमि बहुत कम मात्रा में केमिकल युक्त होगी। प्राकृतिक खेती के लिए महत्वपूर्ण है कि भूमि में केमिकल ना जाए और केंचुओं की मात्रा बढ़े।
  • अधिक संख्यां में केंचुए अपने आप में फर्टिलाइजर के कारखाने की तरह काम करते हैं।
  • Nano DAP-Liquid और तरल यूरिया का उपयोग कर किसान भूमि में केंचुओं की संख्या में वृद्धि कर सकता है और अपने उत्पादन व आय को कम किए बगैर प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ सकता है। इससे भूमि का संरक्षण भी किया जा सकेगा।
  • इफ्को ने लगभग 20 वर्ष का पैटेंट रजिस्टर किया है जिससे समग्र विश्व में 20 साल तक तरल यूरिया और तरल डीएपी की कहीं भी बिक्री होने पर 20% रॉयल्टी इफ्को को मिलेगी।
  • Nano DAP-Liquid में 8 प्रतिशत नाइट्रोजन और 16% फास्फोरस होता है। इसके उपयोग से दानेदार यूरिया में लगभग 14% की कमी आएगी और DAP में शुरू में 6% बाद में 20% की कमी आएगी जिससे देश के फॉरेन रिजर्व में बहुत बड़ा फायदा होगा, साथ ही पौधों के पोषण में सुधार होगा और भूमि में पोषक तत्वों की आपूर्ति शत-प्रतिशत हो जाएगी।
  • इससे किसानों के खर्च में भी बहुत कमी आएगी और गेहूं में 6% तथा आलू व गन्ना उत्पादन में 20% कम खर्च होगा। इससे जमीन तो अच्छी होगी साथ ही उत्पाद भी खाने वाले की हेल्थ की दृष्टि से बहुत अच्छा उत्पन्न होगा।

नैनो यूरिया

  • प्रधानमंत्री ने 24 फरवरी 2021 को नैनो यूरिया को मंजूरी दी थी और आज 2023 में लगभग 17 करोड़ नैनो यूरिया की बोतल बनाने का इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर लिया गया है।
  • अगस्त 2021 में नैनो यूरिया की मार्केटिंग शुरू हुई थी और मार्च 2023 तक लगभग 6.3 करोड़ बोतलों का निर्माण किया जा चुका है।
  • इससे 6.3 करोड़ यूरिया के बैग की खपत और इनके आयात को कम कर दिया गया है और देश के राजस्व व फॉरेन करेंसी की बचत हुई है।

स्रोत – पी.आई.बी.

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