नैनो-डाइअमोनियम फॉस्फेट को व्यावसायिक तौर पर जारी करने को मंजूरी
हाल ही में नैनो-डाइअमोनियम फॉस्फेट (Nano – DAP) को व्यावसायिक तौर पर जारी करने को मंजूरी दी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने नैनो – DAP को मंजूरी दी है। इस कदम से सब्सिडी का बोझ तथा DAP पर भारत की आयात निर्भरता कम होने की उम्मीद है।
भारत अपनी आधे से अधिक DAP आवश्यकता की पूर्ती आयात के माध्यम से करता है । यह आयात मुख्य रूप से पश्चिम एशिया और जॉर्डन से किया जाता है।
नैनो-DAP इफको और कोरोमंडल इंटरनेशनल द्वारा उत्पादित अगली पीढ़ी का उर्वरक है। इसे नाइट्रोजन और फास्फोरस के नैनोकणों से उत्पादित किया जाता है। नाइट्रोजन तथा फास्फोरस पादपों के लिए प्राथमिक सूक्ष्म पोषक तत्व हैं।
नैनोकण एक सूक्ष्म कण होता है। इसका आकार 1 से 100 नैनोमीटर के बीच होता है। वर्ष 2021 में इफको ने नैनो- यूरिया लॉन्च किया था।
सरकार नैनो-पोटाश, नैनो- जिंक और नैनो- कॉपर उर्वरकों को भी लॉन्च करने की योजना पर कार्य कर रही है।
नैनो-DAP के उपयोग के लाभ–
- उच्चतर उपयोग दक्षता : नैनो – DAP की 500 मिलीलीटर की बोतल से उतना ही लाभ मिलेगा, जितना कि पारंपरिक मृदा पोषक तत्व के एक बैग से मिलता है।
- कृषि लागत में कमी आएगी। इससे किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी।
- उच्च पोषक तत्वों को ग्रहण करने, जल की कम खपत और पर्यावरणीय नुकसान में कमी के माध्यम से कृषि संधारणीयता में सुधार होगा ।
चिंताएं:
- नैनो-कणों के निरंतर उपयोग से मृदा और फसलों में नैनोकणों की मात्रा में बढ़ोतरी होगी, जिसके प्रतिकूल प्रभाव सामने आ सकते हैं।
- नैनो-कणों की उच्च सांद्रता से स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ेंगे ।
स्रोत – पी.आई.बी.