प्रश्न – नैटग्रिड NATGRID क्या है? भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए इसके महत्व की जांच करें? – 14 August 2021
उत्तर –
नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड
- NATGRID आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिये एक कार्यक्रम है ।
- भारत में 26/11 के आतंकवादी हमले के दौरान सूचनाओं के संग्रहण के अभाव की बात सामने आई।
- इस हमले का मास्टरमाइंड डेविड हेडली वर्ष 2006 से 2009 के बीच हमले की योजनाओं को मूर्तरूप प्रदान करने हेतु कई बार भारत आया लेकिन उसके आवागमन की किसी भी सूचना का विश्लेषण नहीं किया जा सका।
- 26/11 के बाद इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिये राष्ट्रीय स्तर पर NATGRID की स्थापना की गई।
- यह संदिग्ध आतंकवादियों को ट्रैक करने और आतंकवादी हमलों को रोकने में विभिन्न खुफिया एवं प्रवर्तन एजेंसियों की सहायता करता है।
- NATGRID द्वारा बिग डेटा और एनालिटिक्स जैसी तकनीकों का उपयोग करते हुए डेटा का बड़ी मात्रा में अध्ययन एवं विश्लेषण किया जाता है।
- यह विभिन्न चरणों में डेटा प्रदान करने वाले संगठनों और उपयोगकर्त्ताओं के समन्वय के साथ ही एक कानूनी संरचना विकसित करता है
- NATGRID द्वारा प्राप्त सूचनाओं के माध्यम से कानून प्रवर्तन एजेंसियाँ संदिग्ध गतिविधियों की जाँच करती हैं।
प्रमुख बिंदु:
- NATGRID ‘वन-स्टॉप डेस्टिनेशन’ (One-Stop Destination) के माध्यम से सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों से डेटाबेस/सूचनाओं को एकत्र कर उनका उपयोग करने तथा बैंकिंग और टेलीफोन विवरण से संबंधित डेटाबेस/सूचनाओं तक पहुँचने सुनिश्चित करने के लिये एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म विकसित करने में मदद करेगा।
- यह समझौता NATGRID को ‘अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम’ (Crime and Criminal Tracking Network and Systems- CCTNS) के माध्यम से डेटाबेस/सूचना तक पहुँच प्रदान करने वाला एक ऐसा मंच है जो लगभग 14,000 पुलिस स्टेशनों को आपस में जोड़ता है।
- सभी राज्य पुलिस स्टेशनों को ‘अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम’(Crime and Criminal Tracking Networks and Systems- CCTNS) में ‘प्रथम सूचना रिपोर्ट’ (First Information Reports-FIR) दर्ज करना अनिवार्य होगा।
- इस समझौते के माध्यम से NATGRID द्वारा संदिग्ध के विवरण के बारे में जानकारी जैसे-पिता का नाम, टेलीफोन नंबर और अन्य विवरण को प्राप्त किया जा सकेगा।
- NATGRID खुफिया और जांच एजेंसियों के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करेगा।
नैटग्रिड की आलोचना के कारण:
- दरअसल, कुछ लोगों के मुताबिक NATGRID निजता के अधिकार के खिलाफ है, जिसमें सरकार आम लोगों की निजी जानकारी का गलत इस्तेमाल कर सकती है.
- दूसरे, राज्य पुलिस को नेटग्रिड तक पहुंच नहीं मिलेगी, जिससे किसी भी संदिग्ध घटना पर तत्काल कार्रवाई संभव नहीं होगी क्योंकि स्थानीय पुलिस को पहला उत्तरदाता माना जाता है।
- तीसरा, ऐसे बुनियादी ढांचे की रक्षा करना एक बड़ी जिम्मेदारी होगी क्योंकि आजकल आतंकवादी साइबर हमले करने में माहिर हो गए हैं।