केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नेशनल क्वांटम मिशन (NOM) को मंजूरी प्रदान की
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2023-24 से 2030-31 तक की अवधि के लिए नेशनल क्वांटम मिशन (NOM) हेतु 6,003 करोड़ रुपये अनुमोदित किए हैं।
इस निधि का इस्तेमाल क्वांटम कंप्यूटिंग प्रौद्योगिकी और इससे संबंधित उपयोगों के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास को वित्त पोषित करने के लिए किया जाएगा।
इसके साथ ही, भारत विश्व का ऐसा सातवां देश बन गया है, जिनके पास एक समर्पित क्वांटम मिशन है। भारत के अलावा अन्य देश हैं: संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, फ्रांस, कनाडा और चीन ।
NOM को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, अन्य विभागों के साथ साझेदारी में कार्यान्वित करेगा ।
NOM के उद्देश्य
- यह मिशन परमाणु प्रणालियों एवं घड़ियों में उच्च संवेदनशीलता से युक्त मैग्नेटोमीटर को विकसित करेगा। इससे सटीक समय, सटीक संचार और नेविगेशन में मदद मिलेगी ।
- यह मिशन सुपरकंडक्टर्स जैसी क्वांटम सामग्रियों के डिजाइन और संश्लेषण तथा क्वांटम उपकरणों के निर्माण में सहायता करेगा।
- यह मिशन राष्ट्रीय प्राथमिकताओं (जैसे डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत आदि) को मजबूती प्रदान करेगा ।
NOM के तहत प्रमुख प्रदेयताएं (Deliverables)
- यह मिशन 8 वर्षों में 50-1000 फिजिकल क्यूबिट की क्षमता वाले मध्यवर्ती स्तर के क्वांटम कंप्यूटर विकसित करेगा। ये कंप्यूटर सुपरकंडक्टिंग और फोटोनिक तकनीक जैसे विविध प्लेटफॉर्म्स पर विकसित किए जाएंगे ।
- देश में 2,000 किलोमीटर के रेंज में ग्राउंड स्टेशनों के बीच उपग्रह – आधारित सुरक्षित क्वांटम संचार नेटवर्क स्थापित किया जाएगा।
- अन्य देशों के साथ लंबी दूरी की सुरक्षित क्वांटम संचार सुविधा स्थापित की जाएगी।
- ‘क्वांटम कंप्यूटिंग’, ‘क्वांटम संचार’, ‘क्वांटम सेंसिंग एवं मेट्रोलॉजी’ और ‘क्वांटम सामग्री व उपकरणों के क्षेत्र में शीर्ष शैक्षणिक तथा राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास संस्थानों में चार थीमेटिक हब्स स्थापित किए जाएंगे।
- क्वांटम टेक्नोलॉजी (QT) भौतिक विज्ञान का एक क्षेत्र है । यह क्वांटम मैकेनिक्स (QM) के सिद्धांतों का अनुपालन करता है ।
- QM परमाणु/उप-परमाण्विक स्तर पर पदार्थ और ऊर्जा के व्यवहार का वर्णन करता है, जहां भौतिकी के क्लासिकल नियम लागू नहीं होते हैं।
NOM के लाभ
- वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान एवं विकास के शुभारंभ, पोषण और विस्तार में मदद मिलेगी।
- QT आधारित आर्थिक संवृद्धि में तेजी आएगी ।
- क्वांटम टेक्नोलॉजी (QT) के क्षेत्र में जीवंत और नवोन्मेषी इकोसिस्टम का निर्माण होगा।
- QT व इसके उपयोगी उत्पादों के विकास में भारत को एक अग्रणी देश बनाने में मदद मिलेगी ।
स्रोत – द हिन्दू