नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड (नैटग्रिड/NATGRID)
हाल ही में नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड (NATGRID) अपनी निगरानी प्रणाली को मजबूत करेगा, और व्यक्तियों से जुड़ी रीयल-टाइम खुफिया सूचना प्रदान करेगा ।
- राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए डेटा का उपयोग करने हेतु नैटग्रिड डेटा एनालिटिक्स, ओपन सोर्स इंटेलिजेंस टूल और वेब-आधारित एप्लिकेशन को एकीकृत करेगा ।
- इसका उद्देश्य प्राधिकृत केंद्रीय और राज्य एजेंसियों को खुफिया व कानून प्रवर्तन के समाधान प्रदान करना है।
- यह हवाई अड्डों, बैंकों, पासपोर्ट, क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स (CCTNS), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR), कॉर्पोरेट विवरण और अन्य स्रोतों से जानकारी एकत्र करेगा ।
- नैटग्रिड गृह मंत्रालय (MHA) का एक संलग्न कार्यालय है । यह मुख्य सुरक्षा एजेंसियों के डेटाबेस को आपस में जोड़ने वाला एकीकृत खुफिया ग्रिड है।
- इसकी स्थापना का प्रस्ताव 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के बाद किया गया था । इस प्रस्ताव को 2010 में स्वीकार कर लिया गया था।
- यह आतंकवादियों, आर्थिक अपराधों और इसी तरह की अन्य घटनाओं पर सूचनाओं के सहज तरीके से आदान-प्रदान एवं सुरक्षित डेटाबेस तैयार करने पर केंद्रित है
- यह रियल टाइम डेटा के आधार पर संदिग्धों पर नजर रखने में मदद करता है। साथ ही आव्रजन, बैंकिंग, व्यक्तिगत करदाताओं, हवाई और ट्रेन यात्राओं संबंधी खुफिया सूचनाएं प्राप्त करने में भी सहायता करता है ।
- नैटग्रिड डेटाबेस CBI, ED, IB, DRI (राजस्व आसूचना निदेशालय), NIA आदि सहित प्रमुख संघीय एजेंसियों के लिए उपलब्ध होगा ।
- निजता के संभावित उल्लंघन और गोपनीय व्यक्तिगत डेटा के उजागर होने की आशंका के कारण नैटग्रिड का विरोध किया जाता रहा है।
स्रोत – द हिन्दू