हाल ही में केंद्र ने नदी जोड़ो परियोजनाओं के लिए नेशनल इंटरलिंकिंग ऑफ रिवर्स अथॉरिटी (NIRA) का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।
- NIRA की स्थापना एक स्वतंत्र स्वायत्त निकाय के रूप में की जाएगी। नेशनल इंटरलिंकिंग ऑफ रिवर्स NIRA का कार्य नदी जोड़ो परियोजनाओं की जांच, वित्तपोषण और कार्यान्वयन करना होगा।
- NIRA मौजूदा राष्ट्रीय जल विकास एजेंसी (NWDA) को प्रतिस्थापित करेगा, और सभी नदी जोड़ो परियोजनाओं के लिए एक छत्रक (अम्ब्रेला) निकाय के रूप में कार्य करेगा।
- यह पड़ोसी देशों और संबंधित राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करेगा। नदी जोड़ो परियोजनाओं के तहत पर्यावरण, वन्यजीव और वन मंजूरी से संबंधित मुद्दों पर भी इसी निकाय की अधिकारिता होगी।
- नदी जोड़ो परियोजना का उद्देश्य भारत की नदियों को जलाशयों और नहरों के नेटवर्क से जोड़ना है, ताकि सूखा प्रवण और वर्षा सिंचित क्षेत्र में जल की उपलब्धता को बढ़ाकर जल के वितरण में अधिक समानता सुनिश्चित की जा सके।
- ध्यातव्य है कि राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना के तहत, NWDA ने जल के अंतर बेसिन स्थानांतरण के लिए हिमालयी नदी घटक के तहत 14 लिंक और प्रायद्वीपीय नदी घटक के तहत 16 लिंक की पहचान की थी।
परियोजना के लाभ
- इससे सतही जल संसाधनों के उपयोग में 25 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी।
- अंतर्देशीय नौवहन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
- बाढ़ नियंत्रण, जल आपूर्ति, मत्स्य पालन, जल विद्युत उत्पादन, लवणता और प्रदूषण नियंत्रण इत्यादि, तात्कालिक लाभ प्राप्त होंगे।
चुनौतियाँ :
उच्च परियोजना लागत, आर्थिक, सामाजिक और पारिस्थितिक प्रभाव के संबंध में व्यवहार्यता अध्ययन की कमी,जल-प्रदाता नदी के अनुप्रवाह क्षेत्र में जैव विविधता और वनों की हानि आदि।
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस