नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस
प्रत्येक वर्ष 18 जुलाई को नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस पूरे विश्व में मनाया गया है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस दिन नेल्सन मंडेला की याद में मनाये जाने की घोषणा की है।
विदित हो कि नेल्सन मंडेला का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र के लिए संघर्ष और दुनिया भर में शांति को बढ़ावा देने में बड़ा योगदान था।
उद्देश्य
- नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को बेहतर कार्यों के प्रति जागरूक करना तथा उन्हें अच्छे उद्देश्यों हेतु एक दूसरे का सहयोग करने के लिए प्रेरित करना है।
- इसके साथ ही , यह दिवस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र की स्थापना के लिए उनके द्वारा किये गए संघर्ष और योगदान द्वारा संसार भर में शांति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भी मनाया जाता है।
पृष्ठभूमि:
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 10 नवंबर 2009 को 18 जुलाई को “नेल्सन मंडेला अंतर्राष्ट्रीय दिवस” के रूप में मानाने के प्रस्ताव पारित किया एवं इसे अंतर्राष्ट्रीय दिवस घोषित किया।
- सर्वप्रथम 18 जुलाई 2009 को, न्यूयॉर्क में मंडेला दिवस मनाया गया।
- यह दिवस संघर्षों को हल करने में उनकी सक्रिय भागीदारी, मानवाधिकारों को बढ़ावा देने, अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र और सामंजस्य को बढ़ावा देने और सामाजिक मुद्दों के समाधान में शांति के योगदान को चिह्नित करता है।
नेल्सन मंडेला के बारे में
- नेल्सन मंडेला का जन्म 18 जुलाई, 1918 को म्वेज़ो, दक्षिण अफ़्रीका में हुआ था।
- नेल्सन मंडेला (1918-2013) ने अपने जीवन को मानवाधिकारों के लिए लड़ते हुए समर्पित किया था, और उनका मानना था कि हर किसी में दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाने की क्षमता है।
- वह वर्ष 1944 में अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस में शामिल हो गए जब उन्होंने ‘ANC Youth League’ (ANCYL) के निर्माण में मदद की।
- वर्ष 1993 में, नेल्सन मंडेला को रंगभेद शासन की शांतिपूर्ण समाप्ति के लिए और दक्षिण अफ्रीका के लिए एक नए लोकतंत्र की नींव रखने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया था।
- वह 10 मई 1994 को दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने। नेल्सन मंडेला का पाँच दिसम्बर, 2013 को फेफड़ों में संक्रमण हो जाने के कारण हॉटन, जोहान्सबर्ग स्थित अपने घर में निधन हो गया था।
स्रोत – द हिन्दू