नीराक्षी
हाल ही में भारत ने खदान का पता लगाने के लिए डिज़ाइन किया गया ‘नीराक्षी’ नामक अपनी तरह का पहला ऑटोनोमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) कोलकाता में लॉन्च किया है ।
‘नीराक्षी’ (Neerakshi) का विकास कोलकाता स्थित युद्धपोत निर्माता गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) लिमिटेड और एमएसएमई यूनिट AEP ने किया है।
विशेषताएं:
- 1 मीटर लंबा बेलनाकार एयूवी, जिसका वजन लगभग 45 किलोग्राम है, खदान का पता लगाने, निपटान और पानी के नीचे सर्वेक्षण जैसे विभिन्न कार्य कर सकता है।
- नीराक्षी प्लेटफॉर्म एक प्रोटोटाइप है। यह चार घंटे तक पानी के भीतर रह सकती है और यह 300 मीटर की गहराई तक जा सकती है।
महत्त्व:
- AUV की एंडुरेंस को 200 से 300 प्रतिशत तक बढ़ाने की प्रक्रिया जारी है, और फिर इन्हें तट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तटीय जल में तैनात किया जा सकता है।
- यह प्लेटफॉर्म या तो मदर शिप से या तटीय सुरक्षा के लिए तट पर तैनाती के लिए है।
स्रोत – हिन्दुस्तान टाइम्स