मुंबई शहर ने वर्ष 2050 तक निवल शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए विस्तृत योजनाओं की घोषणा की है।
इस तरह की समय-सीमा निर्धारित करने वाला मुंबई, दक्षिण एशिया का पहला ऐसा शहर बन गया है।
इस योजना के तहत, आवास में निवेश, सार्वजनिक परिवहन का विद्युतीकरण, बाढ़ के प्रकोप को सहने में सक्षम ड्रेनेज प्रणाली, रूफटॉप सौर क्षमता आदि जैसे क्षेत्रों में बदलाव लाया जाएगा।
निवल शून्य उत्सर्जन के बारे में:
- यह एक ऐसी स्थिति को संदर्भित करता है, जिसमें वायुमंडल में पहुंचने वाली ग्रीन हाउस गैसों को, वायुमंडल से ग्रीन हाउस गैसों को हटाने वाली मात्रा से
- संतुलित कर दिया जाता है।
- भारत ने वर्ष 2070 तक निवल शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करने की घोषणा की है।
स्रोत –द हिन्दू