निर्यात को बढ़ावा देने हेतु प्रधानमंत्री ने दिए 4 उपाय
हाल ही में, प्रधानमंत्री ने वित्त वर्ष 2022 में 400 बिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रधानमंत्री ने 4 सूत्री रणनीतिक कारकों का सुझाव दिया है ।
उन्होंने विविधतापूर्ण Export के लिए सभी हितधारकों से 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, 75 नए उत्पादों और गंतव्यों की पहचान करने का आग्रह भी किया है।
प्रधानमंत्री द्वारा सूचीबद्ध किए गए चार कारक निम्नलिखित हैं:
- गुणवत्तापूर्ण सक्षम विनिर्माण का विस्तार करना ।
- संभार तंत्र संबंधी (logistical) समस्याओं के समाधान हेतु केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों द्वारा संयुक्त प्रयास करना।
- निर्यातकों और सरकार के बीच समन्वय को सुदृढ़ करना।
- भारतीय उत्पादों के लिए अन्य वैश्विक बाजारों की खोज करना ।
भारत का Export वर्तमान में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 20% है। भारतीय Export में कुछ ही क्षेत्रों से संबंधित वस्तुएं शामिल हैं। इनमें पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न और आभूषण, इंजीनियरिंग सामान और फार्मास्यूटिकल्स आदि मुख्य क्षेत्र हैं। इसलिए, भारत को अपने Export में विविधीकरण करने की आवश्यकता है।
भारत के लिए शीर्ष 3 निर्यात गंतव्य हैं: संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और संयुक्त अरब अमीरात ।
भारत सरकार द्वारा संचालित की जा रही निर्यात प्रोत्साहन योजनाएं:
- सेवाओं के Export को विस्तार प्रदान करने के लिए विदेश व्यापारनीति के तहत भारत से सेवा निर्यात योजना (Services Exports from India Scheme: SEIS) आरंभ की गई है।
- भारत से वस्तुओं के Export के लिए मौजूदा भारत से पण्य निर्यात योजना (Merchandise Exports from India Scheme: MEIS) को प्रतिस्थापित करने हेतु निर्यात उत्पादों पर शुल्कों तथा करों में छूट (Remission of Duties and Taxes on Exported Products: RODTEP) योजना लागू की गई है।
- निर्यात के लिये व्यापार अवसंरचना योजना (Trade Infrastructure for Export Scheme: TIES) आरंभ की गई है।
- कृषि Export नीति, 2018 क्रियान्वित की गई है।
- नए और संभावित निर्यातकों तक पहुंचने हेतु Export बंधु योजना भी प्रारंभ की गई है।
स्रोत – द हिन्दू