निपुण भारत पहल (NIPUN Bharat Initiative)
हाल ही में ,केंद्र सरकार ने पाँच जुलाई, 2021 को “निपुण भारत पहल” (NIPUN Bharat Initiative) नामक एक नई योजना प्रारंभ की है। इसे प्रारंभिक चरण के छात्रों के लिए संख्यात्मकता,आधारभूत अध्ययन और समझ में सुधार के लिए लॉन्च किया जाएगा।
‘निपुण भारत मिशन’
- NIPUN का काफुलफॉर्म है “National Initiative for Proficiency in reading with Understanding and Numeracy”।
- यह मिशन यह सुनिश्चित करेगा कि प्रत्येक बच्चा वर्ष 2026से 2027 तक ग्रेड तीन के अंत तक पढ़ने, लिखने और अंकगणित में सीखने की क्षमता अर्जित कर ले।
- यह पहल स्कूली शिक्षा कार्यक्रम, समग्र शिक्षा (Samagra Shiksha) का एक हिस्सा होगी।
कार्यान्वयन एजेंसी कौन सी है?
‘निपुण’ (NIPUN) भारत पहल केंद्र सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा लागू की जाएगी। इसे लागू करने के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय, राज्य, जिला, ब्लॉक और स्कूल स्तर पर एक 5 स्तरीय कार्यान्वयन तंत्र स्थापित किया जाएगा।
यह योजना क्यों शुरू की गई है?
भारतीय स्कूलों में मूलभूत शिक्षा का विषय बहुत ही कमजोर स्थिति दर्शाता रहा है। ‘असर’ (Annual Status of Education Report) के निष्कर्षों के अनुसार, लगातार वर्षों से स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा हासिल करने वाले अधिकांश भारतीय छात्र बुनियादी अंकगणित को पढ़ने में सक्षम नहीं हैं । अतःइस मुद्दे से निपटने के लिए ही यह पहल शुरू की गई थी। यह योजना नई शिक्षा नीति के अनुरूप है।
असर (Annual Status of Education Report) 2020 के निष्कर्ष
- 4 से 8 आयु वर्ग के 25 प्रतिशत स्कूल जाने वाले बच्चों के पास आयु-उपयुक्त संज्ञानात्मक (cognitive) और संख्यात्मक कौशल (numeracy skills) नहीं है। इस प्रकार, आरंभिक चरण में सीखने की भारी कमी है।
- 6 साल से कम उम्र के 4 प्रतिशत बच्चे कम से कम अक्षरों को पहचानने में सक्षम हैं।
- 6 प्रतिशत योग (जमा) कर सकते हैं।
- कक्षा II के 8 प्रतिशत बच्चे अपने से नीचे की कक्षाओं का पाठ पढ़ सकते हैं।
- कक्षा III के 8 प्रतिशत छात्र अपने से दो स्तर नीचे के छात्रों के लिए बने पाठ पढ़ सकते हैं।
स्रोत – द हिंदू