निर्माण श्रमिकों के कौशल विकास हेतु ‘निपुण/NIPUN’ पहल

निर्माण श्रमिकों के कौशल विकास हेतु निपुण/NIPUNपहल

हाल ही में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) ने निर्माण श्रमिकों के कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय पहल (NIPUN) शुरू की है।

निपुण परियोजना निर्माण श्रमिकों को प्रशिक्षित करने के लिए एक अभिनव परियोजना है।

इसके तहत नए कौशल और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से 1 लाख से अधिक श्रमिकों को प्रशिक्षित किया जायेगा।

यह MoHUA की प्रमुख योजना, दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAY-NULM) के तहत एक पहल है।

परियोजना के कार्यान्वयन को निम्नलिखित खंडों में विभाजित किया गया है:

  • निर्माण स्थलों पर पूर्व-अधिगम की मान्यता (रिकग्निशन ऑफ प्रायर लर्निंगः RPL) के माध्यम से प्रशिक्षण। (पूर्व-अधिगम की मान्यता, प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना योजना (PMKVY) का एक घटक है।) इसमें पूर्व में सीखे गए अनुभव या कौशल वाले व्यक्तियों का मूल्यांकन और प्रमाणन किया जाता है।
  • PMKVY कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (MSDE) की प्रमुख कौशल विकास योजना है।
  • नलसाजी (प्लंबिंग) और अवसंरचना क्षेत्र कौशल परिषद (SSC) द्वारा नए कौशल के माध्यम से प्रशिक्षण;
  • उद्योगों/बिल्डरों/ठेकेदारों के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय प्लेसमेंट।
  • कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के तहत नोडल एजेंसी राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) निपुण योजना की क्रियान्वयन साझेदार होगी।

योजना का महत्वः

  • यह निर्माण श्रमिकों को रोजगार के बेहतर अवसर तलाशने में मदद करेगी। साथ ही, उनका पारिश्रमिक बढ़ाने और विदेशों में रोजगार प्राप्त करने के लिए भी सक्षम बनाएगी। प्रशिक्षुओं को दुर्घटना बीमा (कौशल बीमा), डिजिटल कौशल (जैसे कैशलेस लेनदेन), उद्यमिता पर जानकारी प्रदान की जाएगी।
  • DAY-NULM का उद्देश्य शहरी गरीब परिवारों को स्वरोजगार और कुशल मजदूरी आधारित रोजगार के अवसरों तक पहुंचने में सक्षम बनाना है।

नोट: उपर्युक्त पहल, शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित निपुण भारत (समझ के साथ पढ़ने तथा संख्या गणना में निपुणता के लिए राष्ट्रीय पहल) से अलग है।

निर्माण उद्योग के बारे में:

  • यह उद्योग वर्ष 2022 तक सबसे बड़ा नियोक्ता बनने की ओर अग्रसर है। इस क्षेत्र में अगले 10 वर्षों में 5 करोड़ अतिरिक्त कुशल श्रमिकों की आवश्यकता होगी।
  • यह भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 9% का योगदान देता है।
  • इस क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करने के लिए, नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (NAREDCO) और कॉन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CREDAI) उद्योग साझेदार के रूप में निपुण परियोजना में शामिल हुए हैं।

स्रोत – द हिंदू

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