नाटो शिखर सम्मेलन संपन्न (NATO Summit)
बेल्जियम के ब्रुसेल्स शहर में हाल ही में,उत्तरी अटलांटिक सन्धि संगठन (North Atlantic Treaty Organization – NATO) अर्थात नाटो केशिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था। सम्मेलन में सभी नाटो राष्ट्रों के नेताओं ने भाग लिया।
बैठक के मुख्य बिंदु
- सम्मेलन के दौरान समस्त ‘नाटो’ देशों नेनाटो की संस्थापक ‘वाशिंगटन संधि’ तथा इसमें सम्मिलित ‘सामूहिक रक्षा संबंधी अनुच्छेद- 5’ के प्रति दृढ़ता से प्रतिबद्धता व्यक्त कीहैं। ‘अनुच्छेद- 5’ के अनुसार नाटो संगठन के किसी एक सहयोगी के खिलाफ हमले को, सभी के खिलाफ हमला माना जाएगा।
- इस बैठक के दौरान प्रमुख ‘साइबर हमलों’पर भी चर्चा हुई है ,जो कि आज के समय में एक महत्वपूर्ण और चिंताजनक विषय बन चुके हैं।साइबर हमलोंको अनुच्छेद 5 की भाषा में शामिल करने के लिए इसके अद्यतन करने के बारे में भी सहमति वयक्त की गई।
‘उत्तर अटलांटिक संधि संगठन’(North Atlantic Treaty Organization-NATO)
NATO एक ‘अंतर-सरकारी सैन्य गठबंधन’ है, जिसे 4 अप्रैल 1949 में ‘वाशिंगटन संधि’ के द्वारा स्थापित किया गया था।इसका मुख्यालय –बेल्जियमकी राजधानीब्रुसेल्समें है एवं इसका ‘एलाइड कमांड ऑपरेशंस मुख्यालय’ मॉन्स (Mons), बेल्जियम में है।
संरचना
- नाटो की स्थापना के पश्चात से ही, इस गठबंधन में नए सदस्य देश सम्मिलित होते रहें है। प्रारंभ में, नाटो गठबंधन में बारह राष्ट्र शामिल थे, बाद में इसके सदस्यों की संख्या बढ़कर तीस हो चुकी है। नाटो गठबंधन में शामिल होने वाला सबसे अंतिम देश ‘उत्तरी मकदूनिया’ था, जोवर्ष 2020 को शामिल हुआ था।
- नाटो की सदस्यता, ‘इस संधि के सिद्धांतों को आगे ले जाने एवं उत्तरी अटलांटिक क्षेत्र की सुरक्षा में योगदान करने में सक्षम किसी भी ‘यूरोपीय राष्ट्र’ के लिए खुली है’।
स्रोत – द हिन्दू