नई वैश्विक ग्रीनहाउस गैस निगरानी अवसंरचना (GGGMI) का गठन
हाल ही में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की कार्यकारी परिषद ने एक नई वैश्विक ग्रीनहाउस गैस निगरानी अवसंरचना (Global Greenhouse Gas Monitoring Infrastructure: GGGMI) की योजना का समर्थन किया है।
- यह पहल उत्सर्जन से संबंधित सूचनाओं की कमी को दूर करने और तापमान में वृद्धि को बढ़ावा देने वाली ऊष्मा को फांसने वाली गैसों को कम करने के लिए कार्रवाई का समर्थन करती है।
- बता दें कि ग्रीनहाउस गैसों से निपटने वाली कई मौजूदा अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय गतिविधियों को मुख्य रूप से अनुसंधान समुदाय द्वारा समर्थित किया जाता है।
- वर्तमान में, सतह और अंतरिक्ष- आधारित ग्रीनहाउस गैस ओब्जेर्वेशन या मॉडलिंग उत्पादों को समय पर एक-दूसरे के साथ साझा करने की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में WMO की GGGMI इन कमियों को दूर करेगी।
- संकल्प के अनुसार, WMO एक एकीकृत और ऑपरेशनल फ्रेमवर्क में सभी मौजूदा ग्रीनहाउस गैस निगरानी क्षमताओं, सभी प्रासंगिक मॉडलिंग और डेटा आत्मसात क्षमताओं – का लाभ उठाने के लिए एक सहयोगी इंटरनेशनल फ्रेमवर्क के भीतर प्रयासों का समन्वय करेगा।
- विदित हो कि कि WMO वर्ष में 1989 में स्थापित ग्लोबल एटमॉस्फियर वॉच (GAW) और एकीकृत ग्लोबल ग्रीनहाउस गैस सूचना प्रणाली (IG3IS) के तहत मौसम का पूर्वानुमान और जलवायु विश्लेषण और ग्रीनहाउस गैस निगरानी, अनुसंधान और संबंधित सेवाओं जैसी गतिविधियों में लगा हुआ है।
- अब वह अपनी इसी अनुभवों का इस्तेमाल नई वैश्विक ग्रीनहाउस गैस निगरानी अवसंरचना (GGGMI) पहल में करना चाहता है।
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organisation)
- यह एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसे 23 मार्च, 1950 को मौसम विज्ञान संगठन अभिसमय के अनुमोदन द्वारा स्थापित किया गया है।
- यह पृथ्वी के वायुमंडल की परिस्थिति और व्यवहार, महासागरों के साथ इसके संबंध, मौसम और परिणामस्वरूप उपलब्ध जल संसाधनों के वितरण के बारे में जानकारी देने के लिये संयुक्त राष्ट्र (UN) की आधिकारिक संस्था है।
- 191 सदस्यों वाले विश्व मौसम विज्ञान संगठन का मुख्यालय जिनेवा (Geneva) में है।
- उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष 23 मार्च को विश्व मौसम दिवस मनाया जाता है।
स्रोत – द हिन्दू