भारत-ऑस्ट्रेलिया द्विपक्षीय व्यापार संबंध
वित्त वर्ष 2011 में भारत द्वारा ऑस्ट्रेलिया के लिए $4.04 बिलियन कीमत का निर्यात किया गया था, जबकि ऑस्ट्रेलिया से $8.24 बिलियन का आयात किया गया।
- ऑस्ट्रेलिया को निर्यात किए जाने वाली प्रमुख वस्तुओं में पेट्रोलियम उत्पाद, दवाएं, पॉलिश किए गए हीरे, सोने के आभूषण, परिधान आदि शामिल थे, जबकि ऑस्ट्रेलिया मुख्यतः कोयला, तरल नाइट्रोजन गैस (LNG), एल्यूमिना और गैर-मौद्रिक सोना आदि का आयात किया गया।
- सेवा क्षेत्र में भारत द्वारा किए गए निर्यात में यात्रा, दूरसंचार और कंप्यूटर, सरकारी और वित्तीय सेवाएं आदि शामिल थी, जबकि ऑस्ट्रेलिया से होने वाले सेवा क्षेत्रक आयात में मुख्यतः शिक्षा और निजी यात्राएँ शामिल थी।
- वर्ष 2020 में भारत, मुख्यतः कोयला और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा के व्यापार की वजह से, ऑस्ट्रेलिया का सातवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार तथा छठा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य देश था।
CECA और CEPA के मध्य अंतर:
- CECA का तात्पर्य ‘व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता’ (Comprehensive Economic Cooperation Agreement) होता है, जबकि CEPA का तात्पर्य ‘व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता’ (Comprehensive Economic Partnership Agreement) से है।
- CECA और CEPA के बीच प्रमुख “तकनीकी” अंतर यह है, कि ‘व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते’ (CECA) में ‘नकारात्मक सूची’ और टैरिफ दर कोटा (TRQ) में शामिल मदों को छोड़कर, सूचीबद्ध/सभी वस्तुओं पर चरणबद्ध तरीके से केवल “टैरिफ में कमी/उन्मूलन” को शामिल किया जाता है।
- ‘व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता’ (CEPA) के अंतर्गत, सेवाओं, निवेश तथा ‘आर्थिक साझेदारी के अन्य क्षेत्रों’ में व्यापार को भी शामिल किया जाता है।
- अतः CEPA, ‘व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते’ (CECA) की तुलना में अधिक व्यापक होता है, और इसका विस्तार अधिक होता है।
- आमतौर पर, किसी देश के साथ पहले ‘व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते’ (CECA) पर हस्ताक्षर किए जाते हैं और उसके बाद ‘व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता’ (CEPA) के लिए बातचीत शुरू की जाती है।
स्रोत – द हिन्दू