दक्षिणी महासागर होगा विश्व का पांचवां महासागर
नेशनल ज्योग्राफिक पत्रिका ने हाल ही में ‘दक्षिणी महासागर’ (Southern Ocean) को विश्व के पांचवें महासागर के रूप में मान्यता प्रदान कर दी है।
मुख्य बिंदु :
- विदित हो कि दक्षिणी महासागर, एकमात्र ऐसा महासागर है जो ‘तीन अन्य महासागरों को स्पर्श करता है, और एक महाद्वीप को पूरी तरह से घेरता है। इस महासागर की उत्तरी सीमा 60 डिग्री दक्षिण अक्षांश को स्पर्श करती है।
- दक्षिणी महासागर को, 34 मिलियन वर्ष पूर्व निर्मित अंटार्कटिक परिधुर्वीय धारा द्वारा भी परिभाषित किया जाता है। यह धारा अंटार्कटिका के चारों ओर पश्चिम से पूर्व की ओर प्रवाहित होती है।
- ‘इंटरनेशनल हाइड्रोग्राफिक ऑर्गनाइजेशन’ द्वारा भी वर्ष 1937 में इसके लिए मान्यता दी गई थी, किंतु वर्ष 1953 में इसे निरस्त कर दिया था।
इंटरनेशनल हाइड्रोग्राफिक ऑर्गेनाइजेशन (IHO)
अंतर्राष्ट्रीय हाइड्रोग्राफिक संगठन एक अंतर-सरकारी परामर्शदाता और तकनीकी संगठन है, जिसे वर्ष 1921 में नेविगेशन की सुरक्षा एवं समुद्री पर्यावरण की सुरक्षा का समर्थन करने के लिये स्थापित किया गया था। भारत IHO का सदस्य देश।
स्रोत – द हिन्दू