हाल ही में शिक्षा राज्य मंत्री द्वारा तोलकाप्पियम के हिंदी अनुवाद और शास्त्रीय तमिल साहित्य की 9 पुस्तकों के कन्नड़ अनुवाद का विमोचन किया गया।
पद्य (पाठ, लिप्यंतरण, और अनुवाद) के हिंदी अनुवाद में तोलकप्पियम का अनुवाद डॉ. एच. बालसुब्रमण्यम और प्रो. के. नचिमुथु द्वारा किया गया था।
तोलकाप्पियम क्या है
- तोलकाप्पियम सबसे प्राचीन विद्यमान तमिल व्याकरण ग्रंथ है। यह तमिल साहित्य की अब तक की सबसे प्राचीन मौजूदा रचना है।
- कुछ विद्वान् इस रचना को पौराणिक दूसरे संगम से संबद्ध करते हैं। यह संगम विभिन्न रूप से प्रथम सहस्राब्दी ईसा पूर्व या उससे पहले आयोजित हुआ था।
स्रोत – द हिन्दू