‘तेलंगाना दलित बंधु योजना’
‘तेलंगाना दलित बंधु योजना’
‘दलित बंधु’ तेलंगाना सरकार का हाल ही में आरंभ किया गया एक नवीनतम प्रमुख कार्यक्रम है। दलित परिवारों के सशक्तिकरणके लिए ‘दलित बंधु’कार्यक्रम को एक कल्याणकारी योजना के रूप में परिकल्पित किया गया है।
‘तेलंगाना दलित बंधु योजना’ क्या है?
- ‘दलित बंधु’ योजना के तहत प्रति परिवार दस लाख रुपये के प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के द्वारा दलितों में उद्यमिता क्षमता विकसित की जाएगी। यदि देखा जाए तो यह संभवतः देश की सबसे बड़ी ‘नकदी हस्तांतरण योजना’ है ।
- सरकार द्वारा दलित उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए, लाइसेंस जारी किए जाने वाले क्षेत्रों में दलितों के लिए आरक्षण की व्यवस्था आरंभ करने का फैसला लिया गया है। इन क्षेत्रों में शराब की दुकानें, दवा की दुकान, खाद की दुकान, चावल मिल आदि सम्मिलित हैं।
दलित सुरक्षा कोष:
- आर्थिक सहायता के अतरिक्त, सरकार द्वारा किसी भी प्रतिकूल स्थिति में लाभार्थी को सहायता प्रदान करने के लिए ‘दलित सुरक्षा कोष’ नामक एक स्थायी कोष के निर्माण की योजना भी तैयार की जा रही है।
- इस निधि का प्रबंधन संबंधित जिला कलेक्टर सहित लाभार्थियों की एक समिति के माध्यम से किया जाएगा।
‘दलित बंधु योजना’ की आलोचना का कारण:
राज्य में विपक्षी दलों के द्वारा इस योजना के पीछे की मंशा और तर्क पर प्रश्न उठाए जा रहे हैं। दलितों के संरक्षण और सशक्तिकरण हेतु मौजूदा कानून और योजनाओं को पूरी तरह से लागू करने में विफल रहने के लिए भी सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।
स्रोत –द हिन्दू
[catlist]