गैबॉन ने की 500 मिलियन डॉलर के ‘डेब्ट फॉर नेचर स्वैप’ की घोषणा
हाल में अफ्रीकी देश गैबॉन ने 500 मिलियन डॉलर के ‘डेब्ट फॉर नेचर स्वैप (debt-for-nature swap)’ की घोषणा की है।
सेशेल्स में इसी तरह के समझौते के बाद यह अफ्रीका में दूसरा डेब्ट फॉर नेचर स्वैप बन गया है।
डेब्ट फॉर नेचर स्वैप:
- ‘डेब्ट फॉर नेचर स्वैप’ अधिक ऋण बोझ वाले विकासशील देशों को अपने ऋण का भुगतान करने के लिए विकसित देशों के वित्तीय संस्थानों से मदद लेने की विकल्प प्रदान करता है। इसके बदले इन देशों को प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर खर्च करने के लिए सहमत होना पड़ता है।
- ‘डेब्ट फॉर नेचर स्वैप’ पर्यावरण और अन्य नीतिगत चुनौतियों से निपटने और हरित विकास का समर्थन करने के लिए कम आय वाले देशों में पूंजी जुटाने के अवसर प्रदान करती है।
- ‘डेब्ट फॉर नेचर स्वैप’ के पीछे तर्क यह है कि ऋण को डिस्काउंट पर प्राप्त किया जा सकता है। जब ऋणदाताओं को पूरे ऋण की वसूली की उम्मीद नहीं होती है, तो वे कम स्वीकार करने को तैयार हो सकते हैं।
- ऋण को (आंशिक रूप से) रद्द करने के बदले में, ऋणी देश की सरकार सहमत शर्तों पर सहमत उद्देश्यों के लिए स्थानीय मुद्रा में कम की गई राशि के बराबर राशि जुटाने के लिए तैयार होता है।
- आमतौर पर विकसित देशों में बैंक ऐसे देशों के ऋण खरीदते हैं और उन्हें नए ऋणों से बदल देते हैं जो बाद में मैच्योर होते हैं। इन पर ब्याज दरें कम होती हैं।
- गौरतलब है कि लैटिन अमेरिकी ऋण संकट को देखते हुए, विश्व वन्यजीव कोष-यूएस के थॉमस लवजॉय ने 1984 में “डेब्ट फॉर नेचर स्वैप ” का विचार पहली बार दिया था। विश्व में प्रथम “डेब्ट फॉर नेचर स्वैप” कंजर्वेशन इंटरनेशनल द्वारा समर्थित एक तृतीय-पक्ष सौदा था। 1987 में इसे अंतिम रूप दिया गया।
- इसमें विदेशी ऋणदाताओं ने बोलीविया के 650,000 अमेरिकी डॉलर के ऋण को माफ करने पर सहमति व्यक्त की थे, लेकिन इसके बदले में बोलीविया ने संरक्षण प्रयासों के लिए अमेज़न बेसिन में 1.5 मिलियन हेक्टेयर भूमि अलग रखी।
- दुनिया के दूसरे सबसे बड़े “डेब्ट फॉर नेचर स्वैप” में गैबॉन के ऋण को ब्लू बॉन्ड के तहत पुनर्गठित किया गया है।
- विदित हो कि मई 2023 में, महासागरों के संरक्षण के लिए दुनिया का सबसे बड़ा “डेब्ट फॉर नेचर स्वैप” समझौता पर इक्वाडोर ने हस्ताक्षर किए थे।
गैबॉन :
गैबॉन मध्य अफ़्रीका के पश्चिमी तट पर स्थित एक देश है । इसकी सीमाएँ इक्वेटोरियल गिनी, कैमरून, कांगो गणराज्य और गिनी की खाड़ी के साथ लगती हैं। लगभग 270,000 वर्ग किलोमीटर में फैले, इसमें तटीय मैदान, क्रिस्टल पर्वत और चैलू मासिफ जैसे पहाड़ और एक पूर्वी सवाना शामिल हैं।
स्रोत – टाइम्स ऑफ इंडिया