डिजिटल इंडिया के 6 वर्ष पूर्ण
हाल ही में भारत सरकार की प्रमुख फ्लैगशिप योजना डिजिटल इंडिया ने 6 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं ।
भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज तथा ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने की दृष्टि से इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा डिजिटल इंडिया कार्यक्रम आरंभ किया गया था।
यह 3 प्रमुख परिकल्पना क्षेत्रों पर केंद्रित है–
- प्रत्येक नागरिक के लिए एक उपयोगिता के रूप में डिजिटल अवसंरचना (हाई स्पीड इंटरनेट की उपलब्धता, कॉमन सर्विस सेंटर आदि तक आसान पहुंच)।
- अभिशासन और मांग पर सेवाएं वास्तविक समय में सेवाओं की उपलब्धता, सभी नागरिक स्वत्वाधिकारों (enililoments) की सुवारता (portability) आदि)।
- नागरिकों का डिजिटल सशक्तीकरण (सार्वभौमिक डिजिटल साक्षरता, सार्वभौमिक रूप से सुलभ डिजिटल संसाधन आदि)।
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत आरंभ की गई पहले :
आधार सक्षम भुगतान प्रणाली, पूर्वोत्तर बीपीओ (बिज़नेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) प्रोत्साहन योजना, एग्रीमार्केट ऐप, भारत इंटरफेस फॉर मनी (भीम) ऐप आदि।
विगत 6 वर्षों में प्राप्त उपलब्धियां –
- संयुक्त राष्ट्र ई-अभिशासन सूचकांक (UNO Governance Index) में भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है।
- आधार डेटाबेस का निर्माण किया गया है।
- मोबाइल फोन निर्माण में वृद्धि हुई है।
- विद्यालयी शिक्षा से लेकर स्नातकोत्तर शिक्षा तक स्वयं (Swayam) निःशुल्क ऑनलाइनपाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया है आदि।
मौजूद चुनौतियां
- कराधान और अन्य विनियामक दिशा-निर्देशों से संबंधित विनियामकीय बाधाएं ।
- दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या तथा डिजिटल निरक्षरता के कारणडिजिटल विभाजन।विभिन्न विभागों में समन्वय का अभाव।
स्रोत – पी आई बी