ट्रांसपोर्ट आउटलुक 2023 रिपोर्ट जारी
इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट फोरम (ITF) ने लिपजिग ट्रांसपोर्ट सम्मेलन में ट्रांसपोर्ट आउटलुक 2023 रिपोर्ट जारी की है।
ट्रांसपोर्ट आउटलुक रिपोर्ट एक द्विवार्षिक रिपोर्ट है। यह रिपोर्ट वर्ष 2050 तक वैश्विक परिवहन मांग और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन पर अलग-अलग नीतिगत उपायों के प्रभावों का परीक्षण करतीहै।
इस रिपोर्ट (2023) में परिवहन क्षेत्र के विकार्बनीकरण की आवश्यकता पर बल दिया गया है। इसका अर्थ है कि, सार्वजनिक परिवहन के लिए जरुरी बुनियादी ढांचे में निवेश करने से उच्चतर वहन क्षमता वाले परिवहन साधनों के संचालन को बढ़ावा मिलेगा।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष –
- परिवहन का विकार्बनीकरण करने से सड़क, रेल और बंदरगाह जैसे बुनियादी ढांचे में निवेश की आवश्यकता को कम किया जा सकता है।
- यदि परिवहन क्षेत्रक के विकार्बनीकरण प्रक्रिया में तेज लाई जाती है, तो परिवहन क्षेत्रक 2019 की तुलना में अगले 25 वर्षों में अपने CO2 उत्सर्जन को लगभग 80 प्रतिशत तक कम कर सकता है ।
- ऊर्जा बाजारों में उथल-पुथल और जीवन यापन की लागत के संकट ने परिवहन क्षेत्रक के विकार्बनीकरण के प्रयासों को जटिल बना दिया है।
प्रमुख सिफारिशें –
- भविष्य की गतिशीलता (मोबिलिटी) और बुनियादी ढांचे के लिए व्यापक रणनीति विकसित करने की आवश्यकता है ।
- वैकल्पिक ईंधनों और वाहन प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देकर स्वच्छ ईंधन आधारित वाहनों को अपनाने की प्रक्रिया को तेज करने की जरूरत है।
- मल्टी-मॉडल और संधारणीय परिवहन नेटवर्क को बढ़ावा देना चाहिए ।
- शून्य-उत्सर्जन वाले सड़क वाहनों के उपयोग को बढ़ाने के लिए लक्ष्य आधारित आर्थिक प्रोत्साहन दिए जाने चाहिए। साथ ही, उच्च उत्सर्जन वाले वाहनों के शहरों में आवागमन को निषिद्ध किया जाना चाहिए ।
- ईंधन उत्पाद शुल्क के माध्यम से तथा अधिक दूरी – आधारित मूल्य निर्धारण लागू करके कार के उपयोग पर कर लगाने की वर्तमान पद्धति में सुधार करना चाहिए ।
स्रोत – डाउन टू अर्थ