भारतीय विश्वविद्यालयों ने ‘टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022’
हाल ही में रिकॉर्ड 71 भारतीय विश्वविद्यालयों ने ‘टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022’ में स्थान प्राप्त किया है।
यह रैंकिंग में विगत 63 वर्षों में अर्जित एक महत्वपूर्ण सुधार है। परन्तु इनमें से किसी ने भी शीर्ष 300 की सूची में स्थान प्राप्त नहीं किया है।
भारतीय विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Science), बेंगलुरु भारत का शीर्ष रैंक वाला संस्थान है। प्रतिष्ठा, विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय सह-लेखकत्व सहित प्रकाशन एवं साइटेशन प्रमुख क्षेत्र हैं, जहां भारतने प्रगति की है।
भारत का उच्चतर शिक्षा क्षेत्र
- 51,849 संस्थानों और 37.6 मिलियन छात्रों के साथ, भारत विश्व की सर्वाधिक विशाल उच्चतर शिक्षा प्रणालियों में से एक है।
- भारत का लक्ष्य मौजूदा 27.1% के सकल नामांकन अनुपात को वर्ष 2030 तक बढ़ाकर 50% करना है।
यह क्षेत्र विभिन्न मुद्दों का सामना कर रहा है, जैसे
- संस्थानों की अवसंरचना की निम्न स्तरीय गुणवत्ता।
- केवल 45.9% स्नातक ही रोजगार योग्य हैं।
- कुल शिक्षा व्यय सकल घरेलू उत्पाद का केवल 3.1 प्रतिशत है। इसमें से केवल 40 प्रतिशत राशि ही उच्चतर शिक्षा के लिए आवंटित की जाती है।
हाल ही में सरकार द्वारा उठाए गए कदम
- वर्ष 2019-2024 के दौरान उच्चतर शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच में सुधार के लिए शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन एवं समावेशन कार्यक्रम (Education Quality Upgradation and Inclusion Programme: EQUIP) आरंभ किया गया है।
- वर्ष 2022 तक शिक्षा में बुनियादी ढांचे और प्रणालियों को पुनर्जीवित करना (Revitalising Infrastructure and Systems In Education: RISE) पहल कोसंचालित किया जा रहा है।
- सामान्य विज्ञान में अनुसंधान परियोजनाओं हेतु उच्चतर शिक्षा संस्थानों के संकाय के वित्त पोषण के लिए विज्ञान में परिवर्तनकारी और उन्नत अनुसंधान के लिए योजना (Scheme for transformational and Advanced Research in Science: STARS) आरंभ की गई है।
अन्य सरकारी कदम
- एक वार्षिक वेब आधारित अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण (All India Survey on Higher Education: AISHE) आरंभ किया गया ।
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) उच्च शिक्षण संस्थानों कीमान्यता व प्रत्यायन से संबंधित विनियम जारी करता है।
- उन्नत भारत अभियान संचालित किया जा रहा है।
स्रोत –द हिन्दू