जेम्सवेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) प्रक्षेपित
हाल ही में नासा का जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) प्रक्षेपित किया गया है ।
JWST जेम्सवेब स्पेस टेलीस्कोप एक परिक्रमा करने वाली अवरक्त प्रकाश (इन्फ्रारेड) आधारित वेधशाला है। यह दीर्घ तरंग दैर्ध्यकवरेज और बेहतर सूक्ष्म ग्राहिता के साथ हबल स्पेस टेलीस्कोप (HST) की खोजों का विस्तार करेगी।
- HST एक अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला है। इसका कार्यदृश्य, अवरक्त और पराबैंगनी प्रकाश स्पेक्ट्रम में पर्यवेक्षण करना है।
- अंतरिक्ष टेलीस्कोप्स (जैसे JWST, हबल आदि) को प्रायः टाइम-मशीन भी कहा जाता है, क्योंकि वे बहुत दूर तक के पिंडों को देखने की क्षमता रखते हैं।
- इसे नासा, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी (CSA) के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी के तहत विकसित किया गया है।
- यह सूर्य-पृथ्वी लैग्रांज बिंदु 2 की ओर अग्रसर है।
- सूर्य के केंद्र से पृथ्वी के केंद्र तक एक सरल रेखा खींचनेपर जहां सूर्य और पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल का प्रभाव बराबर हो जाता है, उस बिंदु को लैग्रांज पॉइंट कहा जाता है। इस स्थिति में पिंड को न तो सूर्य और न ही पृथ्वी अपनी ओर आकर्षित कर पाते हैं। इस प्रकार पिंड एक स्थान/बिंदु पर स्थिर रह जाता है।
मिशन के लक्ष्य:
- बिगबैंग के बाद निर्मित पहली आकाशगंगाओं या चमकदार पिंडों की खोज करना।
- यह पता करना कि आकाशगंगाएँ कैसे विकसित हुई।
- यह प्रथम चरण से लेकर ग्रहीय प्रणाली के सजन तक तारों के निर्माण की प्रक्रिया का अवलोकन करेगा।
- यह सौर मंडल सहित ग्रहीय प्रणालियों के भौतिक और रासायनिक गुणों का मापन, एवं उन प्रणालियों में जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने की क्षमता का विश्लेषण करेगा।
JWST पर वैज्ञानिक उपकरण: यह टेलीस्कोप, नियर इन्फ्रारेड कैमरा, इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोग्राफ, मिड इन्फ्रारेड इंस्ट्रूमेंट और फाइन गाइडेंस सेंसर/ नियर इन्फ्रारेड इमेजर तथा स्लिटलेस स्पेक्ट्रोग्राफ इत्यादि उपकरणों से लैस है।
स्रोत – द हिन्दू