जुपिटर आइसी मून एक्सप्लोरर (JUICE) द्वारा बृहस्पति के उपग्रहों का परीक्षण
हाल ही में यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा जुपिटर आइसी मून एक्सप्लोरर (Jupiter Icy Moon Explorer) यान को बृहस्पति के उपग्रहों के महत्वपूर्ण परीक्षणों हेतु भेजा जा रहा है ।
जुपिटर आइसी मून एक्सप्लोरर (Jupiter Icy Moon Explorer) को संक्षिप्त रूप में जूस (JUICE) कहा जाता है ।
जुपिटर आइसी मून एक्सप्लोरर (Jupiter Icy Moon Explorer-JUICE)
- यह एक अंतरग्रहीय अंतरिक्ष यान है, जिसे यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency) द्वारा विकसित किया गया है ।
- इस मिशन के लिएएयरबस डिफेंस एंड स्पेस (Airbus Defence and Space)कंपनी ने कांट्रेक्ट लियाहै। यह कंपनी बोइंग के बाद विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अंतरिक्ष कंपनी है।
- जूस मिशन का मुख्य उद्देश्य बृहस्पति के तीन गैलीलियन चंद्रमा (Galilean Moon) या उपग्रह का अध्ययन करना है।ये तीनचंद्रमा यूरोपा (Europa), गेनीमेड (Ganymede) और कैलिस्टो (Callisto) हैं।
- विदित हो कि, गैलीलियो द्वारा वर्ष 1610, में बृहस्पति के चार बड़े चंद्रमा खोजे गया थे ,जिनके नाम क्रमशः,यूरोपा(Europa), गेनीमेड(Ganymede),आयो(Io) और कैलिस्टो(Callisto) हैं ।
- ऐसा माना जा रहा है कि,इन तीनों चंद्रमाओं की सतह के नीचे प्रचुर मात्रा में जल उपलब्ध है,जिसका यह यान अध्ययन करेगा ।
- यह अंतरिक्ष यान जून 2022 में बृहस्पति के इन उपग्रहों के लिए लॉन्च किया जायेगा,जोअक्टूबर 2029 में बृहस्पति पर पहुंचेगा ।इस दौरान यह यान गुरुत्वाकर्षण सहायता (gravity assists) से होकर बृहस्पति तक पहुंचेगा।
गुरुत्वाकर्षण सहायता (gravity assists)
- विदित हो कि गुरुत्वाकर्षण सहायता किसी अन्य ग्रह या खगोलीय वस्तु के गुरुत्वाकर्षण का उपयोग किसी अंतरिक्ष यान की गति बढ़ाने या उसके पथ को बदलने के लिए किया जाता है। यह प्रणोदक को बचाने और खर्च को कम करने के लिए किया जाता है।
इस मिशन के अन्य उद्देश्य:
- गैनीमेड की बृहद खोज और इन चन्द्रमाओं पर जीवन के लिए आवश्यक क्षमता का मूल्यांकन करना ।
- महासागरीय परतों का विश्लेषण करना।
- सतह की भूवैज्ञानिक और स्थलाकृतिक संरचना का मानचित्रण।
- बर्फीले क्रस्ट के भौतिक गुणों का अध्ययन।
- गेनीमेड के वातावरण की जांच।इसके चुंबकीय क्षेत्र के बारे में अध्ययन।
स्रोत – द हिन्दू