जी20 की अध्यक्षता : लोगो एवं थीम का अनावरण
हाल ही में प्रधान मंत्री ने भारत की G-20 अध्यक्षता के लिए लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया है।
विदित हो कि 1 दिसम्बर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक एक वर्ष के लिये भारत जी20 समूह की अध्यक्षता करेगा।
जी20 शिखर सम्मेलन 15 और 16 नवंबर को बाली, इंडोनेशिया में हो रहा है।
जी20 : लोगो और थीम
लोगो (Logo):
- जी20 लोगो भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों से प्रेरित है। इसमें केसरिया, सफेद, हरा और नीला रंग शामिल है।
- इसमें भारत के राष्ट्रीय पुष्प कमल का लोगो भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों से प्रेरित है। इसमें भारत के राष्ट्रीय फूल कमल के साथ पृथ्वी को जोड़ा गया है, जो चुनौतियों के बीच विकास को दर्शाता है।
- पृथ्वी जीवन के प्रति भारत के धरती के अनुकूल दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो प्रकृति के साथ पूर्ण सामंजस्य को प्रतिबिंबित करता है। जी20 लोगो के नीचे देवनागरी लिपि में ‘भारत’ का उल्लेख है।
थीम (Theme):
- भारत की जी20 समूह की अध्यक्षता की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ या ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ (One Earth One Family One Future) को चुना गया है। इसे महा उपनिषद के प्राचीन संस्कृत पाठ से लिया गया है। यह थीम ‘LiFE/लाइफ’ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) पर भी प्रकाश डालती है।
- भारत की जी20 अध्यक्षता के लिये अधिकारिक वेबसाइट g20.in है। साथ ही, एक मोबाइल ऐप ‘जी20 इंडिया’ भी जारी किया गया है।
जी20 के बारे में
- जी20 विश्व की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसका कोई स्थायी सचिवालय नहीं है।
- इसको वर्ष 1999 में एशियाई वित्तीय संकट के बाद वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए एक मंच के रूप में स्थापित किया गया था।
- G-20 सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85% और वैश्विक व्यापार के 75% से अधिक का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- यह सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक स्तर पर वित्त और शासन को आकार देने व मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह समूह भावी वैश्विक आर्थिक विकास और समृद्धि को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण रणनीतिक भूमिका निभाता है।
जी20 में दो समानांतर ट्रैक शामिल होते हैं : फाइनेंस ट्रैक और शेरपा ट्रैक। वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर वित्त ट्रैक का नेतृत्व करते हैं जबकि शेरपा ट्रैक का नेतृत्व शेरपा द्वारा किया जाता है।
वर्तमान में 20 सदस्य राष्ट्र और यूरोपीय संघ इसके सदस्य है।
स्रोत – द हिन्दू