जापान भू-आबद्ध पूर्वोत्तर क्षेत्र (NER) को बांग्लादेश से जोड़ेगा
हाल ही में पूर्वोत्तर भारत को जल्द ही बांग्लादेश के मातरबारी डीप सी पोर्ट के माध्यम से व्यापार करने की सुविधा प्राप्त हो जाएगी।
- जापान बे ऑफ बंगाल इंडस्ट्रियल ग्रोथ बेल्ट (BIG-B) पहल के माध्यम से मातरबारी बंदरगाह के विकास तथा क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार लाने के लिए बांग्लादेश की सहायता कर रहा है।
- BIG-B का उद्देश्य ढाका – चटगांव – कॉक्स बाजार बेल्ट क्षेत्र में और उससे आगे औद्योगिक समूह की स्थापना को गति प्रदान करना है। इसमें आर्थिक अवसंरचना का विकास, निवेश के माहौल में सुधार और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना भी शामिल हैं।
- हाल ही में, जापान के प्रधान मंत्री ने जापान की हिंद-प्रशांत रणनीति की रूपरेखा को रेखांकित किया है। इस रणनीति के तहत जापान पूरे क्षेत्र की संवृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए बंगाल की खाड़ी – पूर्वोत्तर भारत औद्योगिक मूल्य श्रृंखला अवधारणा को बढ़ावा देगा ।
- जापान NER में रोड कनेक्टिविटी के विकास में भी सहायता कर रहा है। इसका उद्देश्य NER को बांग्लादेश में जापानी सहायता प्राप्त परियोजनाओं से जोड़ना है ।
- जापान, भारत-जापान एक्ट ईस्ट फोरम (AEF) के माध्यम से NER के विकास में सहयोग करने के लिए भारत के साथ मिलकर कार्य कर रहा है।
- AEF का उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र के भीतर तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है।
- भारत-जापान एक्ट ईस्ट फोरम (AEF) भारत की एक्ट ईस्ट नीति तथा स्वतंत्र व खुले हिंद-प्रशांत के लिए जापान के दृष्टिकोण के बीच तालमेल को दर्शाता है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए शुरू की गई अन्य पहलें –
- म्यांमार के साथ कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए कलादान मल्टीमॉडल ट्रांजिट ट्रांसपोर्ट परियोजना शुरू की गई है।
- भारत और बांग्लादेश ने अंतर्देशीय जल पारगमन एवं व्यापार पर प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए हैं।
- भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग का विकास किया जा रहा है।
स्रोत – इकोनॉमिक्स टाइम्स