प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMUDY)
हाल ही में प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMUDY) राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन मिशन के आठ वर्ष पूरे हुए।
PMJDY को वित्त मंत्रालय के तहत वर्ष 2014 में शुरू किया गया था। यह केंद्रीय क्षेत्र की एक योजना है।
इस योजना के तहत, ऐसे लोगों को एक मूल बचत बैंक जमा (BSBD) खाता खोलने की सुविधा दी गई है, जिनके पास कोई बैंक खाता नहीं है।
यह खाता किसी भी बैंक शाखा या बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (बैंक मित्र) आउटलेट में खोला जा सकता है।
इस योजना के तहत निम्नलिखित बुनियादी वित्तीय सेवाएं प्रदान की जाती हैं:
- बैंकिंग/बचत और जमा खाता,
- विप्रेषण (रेमिटेंस),
- किफायती ऋण, बीमा और पेंशन।
योजना की प्रमुख उपलब्धियां-
- वित्तीय समावेशनः योजना की शुरुआत के बाद से 46.25 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को बैंकिंग सुविधाएं प्रदान की गयी हैं। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में 67% जन धन खाते खोले गए हैं।
- महिला सशक्तीकरण: 56% जन-धन खाताधारक महिलाएं हैं।
- प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT): लगभग 5.4 करोड़ जन धन खाताधारकों ने जून 2022 में अलग-अलग योजनाओं के तहत सरकार से प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) प्राप्त किया।
वर्ष 2018 से शुरू किए गए प्रमुख बदलाव-
- योजना का ध्यान प्रत्येक परिवार की जगह ‘बैंक रहित प्रत्येक वयस्क’ पर केंद्रित किया गया है।
- 28 अगस्त, 2018 के बाद खोले गए PWDY खातों के लिए रूपे (RuPay) कार्डों पर निःशुल्क दुर्घटना बीमा कवर 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दिया गया है।
- ओवरड्राफ्ट सुविधाओं के कवरेज को 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दिया गया है।
स्रोत –द हिन्दू