जनजातीय स्कूलों का डिजिटल रूपांतरण (Digital Transformation of Tribal Schools)
हाल ही में जनजातीय स्कूलों का डिजिटल रूपांतरण (Digital Transformation of Tribal Schools) के लिए एक संयुक्त पहल को लेकर समझौता किया गया है।
जनजातीय स्कूलों को तकनीकी रूप से समृद्ध करने के लिए भारत सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्रालय और माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।
प्रमुख बिन्दु
- इस समझौते के तहत ,जनजातीय मामलों के मंत्रालय के द्वारा शुरू किये गए एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (Eklavya Model Residential Schools : EMRS) और आश्रम स्कूल (Ashram Schools) जैसे स्कूलों के डिजिटल परिवर्तन पर जनजातीय मंत्रालय और माइक्रोसॉफ्ट कम्पनी एक साथ कार्य करेगी।
- इससे समावेशी विकास , कौशल-आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इस कार्यक्रम के तहत पहले चरण में 250 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (Eklavya Model Residential Schools : EMRS)स्कूलों को माइक्रोसॉफ्ट द्वारा गोद लिया गया है, जिसमें से 50 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (Eklavya Model Residential Schools : EMRS) स्कूलों को गहन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पहले चरण में 500 प्रशिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
- जनजातीय मामलों के मंत्रालय के ऑनलाइन कार्यक्रम ‘सशक्तिकरण’ के तहत स्कूल और अन्य संस्थानों के लिए डिजिटल कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम की सफलता से इसको गति देने के लिए भी माइक्रोसॉफ्ट ने समझौता किया गया है।
- इसका मकसद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(Artificial Intelligence) सहित अगली पीढ़ी की डिजिटल तकनीकों में शिक्षकों और छात्रों को योग्य बनाना है।
- इसके अलावा, इस प्रयास द्वारा भारत में जनजातीय छात्रों को डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से आवश्यक कौशल उपलब्ध कराया जाएगा।
- यह एआई(AI) और कोडिंग(Coding) के पाठ्यक्रम का एक हिस्सा होने के साथ एक नया अध्याय भी शुरू करेगा।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (Eklavya Model Residential School- EMRS)
- भारत सरकार द्वारा वर्ष 1998 में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय योजना की शुरुआत की गई थी। वर्ष 2000 में महाराष्ट्रएकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (Eklavya Model Residential School- EMRS)योजना के तहत पहला स्कूल खोला गया था।
- आदिवासियों को मुख्यधारा से जोड़ना और उन्हें शिक्षित करना है हमेशा से सरकार के लिए चुनौती भरा कार्य रहा है ऐसी परिस्थितियों में इन लक्षित समूह तक शिक्षा को पहुंचाने के लिए एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (Eklavya Model Residential School- EMRS) वरदान साबित हो रही है।
- एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (Eklavya Model Residential School- EMRS) ने बालिकाओं की शिक्षा के लिए भी नए आयाम खोले हैं।
आश्रम स्कूल (Ashram Schools)
- विशेषकर नक्सल प्रभावित आदिवासी क्षेत्रो में शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार ने वर्ष 2008-09 में आश्रम स्कूल (Ashram Schools) खोले थे
- इन आश्रम स्कूलों में लड़कियों और लड़कों दोनों के लिए शिक्षा के अनुकूल वातावरण में शैक्षिक सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है।
स्रोत – पी आई बी