जगदीश सुधाकर, यूनेस्को का मिशेल बैटिस पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय
हाल ही में तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले के वन्यजीव वार्डन और जिला वन अधिकारी (डीएफओ) जगदीश बाकन ने संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) से बायोस्फीयर रिजर्व प्रबंधन के लिए 2023 का मिशेल बेटिस पुरस्कार (Michel Batisse Award) जीता है।
श्री बाकन को मन्नार बायोस्फीयर रिजर्व की खाड़ी में बेहतर प्रबंधन के क्षेत्र में उनके कार्य के लिए पुरस्कार के लिए चुना गया है। 12,000 डॉलर की इनामी राशि राज्य सरकार और मन्नार बायोस्फीयर रिजर्व ट्रस्ट को मलेगी।
यह पुरस्कार सेविले रणनीति (Seville Strategy) की सिफारिशों के अनुरूप बायोस्फीयर रिजर्व के प्रबंधन में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए दिया जाता है।
सेविले रणनीति (Seville Strategy):
सेविले (Seville) रणनीति प्रभावी बायोस्फीयर रिजर्व विकसित करने और बायोस्फीयर रिजर्व के विश्व नेटवर्क के उचित कामकाज के लिए शर्तों को निर्धारित करने के लिए सिफारिशें प्रदान करती है।
मन्नार की खाड़ी:
- मन्नार की खाड़ी (Gulf of Mannar) पूर्वी भारत और पश्चिमी श्रीलंका के बीच हिंद महासागर का एक प्रवेश-द्वार है।
- यह उत्तर-पूर्व में रामेश्वरम द्वीप, एडम्स ब्रिज और मन्नार द्वीप से घिरी हुई है।
- इसमें कई नदियाँ मिलती हैं जिसमें ताम्रपर्णी (भारत) और अरुवी (श्रीलंका) शामिल हैं।
- यह खाड़ी मोतियों के भंडार और शंख के लिये प्रसिद्ध है।
मन्नार की खाड़ी बायोस्फीयर रिज़र्व (GoMBR):
- GoMBR में कुल 21 द्वीप हैं जो आर्कटिक वृत्त तक पलायन करने वाले तटीय पक्षियों के आवास के रूप में काम करते हैं।
- यह भारत का पहला समुद्री बायोस्फीयर रिज़र्व है।
- अधिकांश द्वीपों में समुद्र तट के किनारे रेत के टीले हैं, जिनमें लवण प्रधान पौधों की प्रजातियाँ प्रमुख हैं।
- अधिकांश द्वीपों में लावन प्रधान पौधों की प्रजातियों के साथ रेत के टीले हैं।
- प्रवाल, समुद्री घास और मैंग्रोव द्वीपों पर मौजूद तीन अद्वितीय पारिस्थितिक तंत्रों में से हैं ।
स्रोत – पी.आई.बी.