छठा अंतर्राष्ट्रीय हिंद महासागर सम्मेलन (IOC) बांग्लादेश में आरंभ हुआ
IOC का आयोजन इंडिया फाउंडेशन बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के सहयोग से कर रहा है। वर्ष 2023 के इस सम्मेलन का विषय है: “एक लचीले भविष्य के लिए शांति, समृद्धि और साझेदारी”।
वर्ष 2016 से, IOC क्षेत्रीय मामलों पर इस क्षेत्र के देशों के लिए “प्रमुख सलाहकारी मंच” के रूप में उभरा है।
IOC क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (SAGAR) हेतु क्षेत्रीय सहयोग की संभावनाओं पर विचार-विमर्श करने के लिए एक साझा मंच प्रदान करता है ।
IOC में भारत का दृष्टिकोण
- कनेक्टिविटी में सुधार और वृद्धि हिंद महासागर क्षेत्र (IOR ) के देशों की प्राथमिकता होनी चाहिए ।
- भारत ने समर्पित निकायों के माध्यम से IOR की प्रगति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की है। ये निकाय हैं: इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA), हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (IONS), नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी आदि ।
IOR का महत्त्व
- इस क्षेत्र में दुनिया की एक तिहाई आबादी निवास करती है। वैश्विक व्यापार के प्रमुख मार्ग इस क्षेत्र से होकर गुजरते हैं।
- यह क्षेत्र मछली, तेल जैसे प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है।
- यह क्षेत्र समुद्री संपर्क परियोजनाओं का केंद्र है। उदाहरण के लिए – चीन की ‘स्ट्रिंग ऑफ पर्ल्स और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI), भारत की अंतर्राष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन परियोजना (INSTP) आदि ।
IOR में मौजूद चुनौतियां: अवैध मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध मत्स्यन, पर्यावरणीय क्षरण आदि ।
स्रोत – न्यूज़ ऑन ए आई आर