चीन चंद्रमा पर रहने योग्य अवसंरचना के निर्माण के लिए योजना बना रहा है
हाल ही में चीनी वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने चंद्रमा पर अवसंरचना के निर्माण के तरीकों पर चर्चा करने के लिए बैठक की है।
- इस अवसंरचना को लंबी अवधि के चंद्र और अंतरिक्ष मिशनों के लिए निवास योग्य बनाया जाएगा।
- वैज्ञानिकों की एक टीम चंद्रमा की मिट्टी से ईंटें बनाने के लिए ‘चीनी सुपर मेसॉन’ रोबोट डिजाइन कर रही है।
- इसके अलावा, चीन का लक्ष्य 2025 के आसपास चंद्रमा के अंधकार वाले हिस्से (फार साइड) से मिट्टी के नमूना प्राप्त करना है, जो विश्व में ऐसा पहली बार होगा ।
- भारत सहित कई देशों ने चंद्रमा पर अन्वेषण में नए सिरे से रुचि प्रकट की है। ये देश आने वाले वर्षों में चंद्र मिशन की योजना बना रहे हैं।
कुछ भावी चंद्र मिशनों के नाम हैं: आर्टेमिस (नासा), चंद्रयान- 3 (भारत), चांग ‘ई (चीन), पाथफाइंडर लूनर ऑर्बिटर (कोरिया), लूना 25 (रूस) तथा स्लिम (SLIM) (जापान) ।
चंद्र अन्वेषण में नए सिरे से रुचि पैदा होने के कारण
- आर्थिक: चंद्रमा पर हीलियम-3 प्रचुर मात्रा में है । यह परमाणु संलयन के लिए एक संभावित ईंधन है। हीलियम-3 हीलियम तत्व का एक समस्थानिक (isotope) है।
- भावी अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए एक बेस के रूप में कार्य करना: यह परीक्षण करने के लिए कि अंतरिक्ष की विषम परिस्थितियों में जीवन कैसे प्रतिक्रिया करता है।
- पृथ्वी का अध्ययन करने के लिए: चूंकि, चंद्रमा और पृथ्वी एक जैसा अतीत साझा करते हैं, ऐसे में चंद्रमा का अध्ययन करने से पृथ्वी पर ज्वालामुखीय गतिविधियों और भूकंपीय गतिविधियों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल सकती है।
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस