चीन के उइगर समुदाय
हाल ही में चीन के झिंजियांग क्षेत्र में मुस्लिम अल्पसंख्यकों का दमन करने का आरोप लगाया गया था। इस वजह से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त ‘मिशेल बेशलेट’ इस क्षेत्र का दौरा कर रही हैं। हालांकि चीन ने इस बात को महज एक अफवाह कहा है।
संबंधित प्रकरण:
- बहुत से देशों ने चीन से ‘शिनजियांग प्रांत’ में ‘उइगर समुदाय’ के लिए “कानून के शासन का पूर्ण सम्मान सुनिश्चित करने” की मांग की है।
- ऐसा अनुमान लगाया गया है कि शिनजियांग में एक लाख से अधिक लोगों को जबरन हिरासत में लिया गया है।
- उइगरों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों को अनुचित रूप से निशाना बनाते हुए व्यापक निगरानी की जा रही है। और ‘उइगर संस्कृति’, तथा मौलिक स्वतंत्रता को प्रतिबंधित किया गया है।
- उइगरों के साथ दुर्व्यवहार से चीन, इंकार करते हुए जोर देकर, केवल चरमपंथ का मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन किए गए “व्यावसायिक प्रशिक्षण” केंद्र चलाने की बात करता है।
उइगर
- यह मुख्य रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यक तुर्की नृजातीय समूह हैं, जिनकी उत्पत्ति ‘मध्य एवं पूर्वी एशिया’ में मानी जाती हैं।
- उइगर समुदाय की भाषा तुर्की भाषा से मिलती-जुलती हैं, यह खुद को सांस्कृतिक और नृजातीय रूप से मध्य एशियाई देशों के करीब मानते हैं।
- चीन उइगर समुदाय को केवल एक क्षेत्रीय अल्पसंख्यक के रूप में मानता है और इन्हें देश का मूल-निवासी समूह मानने से इंकार करता है।
- चीन में,उइगर जातीय समुदाय की सर्वाधिक आबादी शिनजियांग क्षेत्र में निवास करती है।
- हालाँकि उइगरों की बाकी आबादी पड़ोसी मध्य एशियाई देशों जैसे- उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान और कजाकिस्तान में भी पाई जाती है।
- कई दशकों से उइगर मुसलमानों पर चीन सरकार द्वारा आतंकवाद और अलगाववाद के झूठे आरोपों के तहत, उत्पीड़न, जबरन हिरासत, गहन-जांच, निगरानी और यहां तक कि गुलामी जैसे दुर्व्यवहार किये जा रहे हैं।
स्रोत –द हिन्दू