चीन की लाल पर्यटन (Red Tourism) नीति
वर्ष 2021 में चीन ‘कम्युनिस्ट पार्टी’ (Chinese Communist Party – CCP) की 100वीं वर्षगांठ का उत्सव मना रहा है। इस अवसर पर चीन ने कम्युनिस्ट पार्टी के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को लोगों तक पहुंचाने के लिए ‘लाल पर्यटन’ (red tourism) नीति लागू की है।
‘लाल पर्यटन’ के द्वारा लोगों को उन स्थानों पर जाने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा जहाँ कम्युनिस्ट पार्टी का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्त्व रहा हो।
चीन की वे जगहें कौन सी हैं?
- वह स्थान जिन पर चीन प्रकाश डाल रहा है उनमें शामिल हैं, झेजियांग में नन्हू झील (Nanhu Lake), पूर्वी चीन और माओ ज़ेडोंग (Mao Zedong) का जन्म स्थान आदि।
- वर्ष 1921 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की प्रथम राष्ट्रीय कांग्रेस ‘नन्हू झील’ में एक नाव पर आयोजित की गई थी, जब कि माओ ज़ेडोंग की जन्मस्थली शाओशान (Shaoshan) में हाल के दिनों में भारी संख्या में लोगों की भीड़ देखी गई।
लाल पर्यटन का महत्व
- लाल पर्यटन से चीन को भारी राजस्व प्राप्त हो रहा है, यही राजस्व में वृद्धि कोविड -19 महामारी के बीच चीन के आर्थिक उछाल को बढ़ावा दे रहा है।
- लाल पर्यटन नीति लोगों को आधुनिक चीन की स्थापना के लिए कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं के बलिदान की याद दिलाता है।
‘रेड टूरिज्म’ क्या है?
- रेड टूरिज्म चीन द्वारा रची गई एक पर्यटन नीति है। इसमें पर्यटक उन स्थलों का दौरा करेंगे, जो कम्युनिस्ट पार्टी विरासत है। इसे 2004 में कम्युनिस्ट पार्टी के इतिहास के लिए ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व वाले स्थानों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
- यह कम्युनिस्ट पार्टी के मूल से शुरू होने वाले इतिहास के बारे में जागरूकता फैलाने का प्रयास करता है। इसमें रंगीन कार्यक्रम शामिल हैं जो आगंतुकों को क्रांतिकारी पोशाक पहनने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, जब वे कम्युनिस्ट नेताओं के पूर्व आवासों और प्रदर्शनी हॉल आदि में जाते हैं।
स्रोत – इंडियन एक्सप्रेस