चक्रवात मोका (MOCHA)
भारत मौसम विज्ञान विभाग (MD) के अनुसार चक्रवात मोका (MOCHA) इस सप्ताह पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तट से टकराएगा।
चक्रवात मोका, एक उष्णकटिबंधीय चक्रवात है। यह बंगाल की खाड़ी (BoB) के दक्षिण-पूर्व में एक तूफान के कारण विकसित हुआ है।
उष्णकटिबंधीय चक्रवात प्रचंड तूफान होते हैं। ये भूमध्य रेखा के पास समुद्र के गर्म जल के ऊपर उत्पन्न होते हैं।
इनके निर्माण के लिए निम्नलिखित अनुकूल परिस्थितियां हैं-
- 27°C से अधिक तापमान वाली बड़ी समुद्री सतह ।
- कोरिओलिस बल की उपस्थिति ।
- ऊर्ध्वाधर पवन की गति में आंशिक बदलाव ।
- पहले से मौजूद कमजोर निम्न दबाव का क्षेत्र या निम्न स्तर का चक्रवाती परिसंचरण ।
- समुद्र तल प्रणाली के ऊपर ऊपरी अपसरण (Upper divergence)
चक्रवातों के नाम क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्रों (RSMCs) और उष्णकटिबंधीय चक्रवात चेतावनी केंद्रों (TCWCs) द्वारा रखे जाते हैं ।
विश्व में 6 क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्र हैं। इनमें IMD और कई TCWCs शामिल हैं। एक RSMC के रूप में IMD बंगाल की खाड़ी और अरब सागर सहित उत्तरी हिंद महासागर में विकसित होने वाले चक्रवातों का नामकरण करता है।
ये नाम नामों की एक सूची से लिए जाते हैं । कोई भी नाम अधिकतम आठ अक्षरों तक का ही हो सकता है। इसमें अलग-अलग वर्णक्रमानुसार देश-वार नामों की एक सूची प्रस्तावित की जाती है। ये नाम लैंगिक रूप से तटस्थ होते हैं। IMD को क्षेत्र के 12 अन्य देशों को सलाह जारी करने का भी अधिकार प्राप्त है ।
मोका (मोखा) नाम का सुझाव यमन ने दिया था। इसका नाम लाल सागर के तट पर स्थित एक बंदरगाह शहर के नाम पर रखा गया है। इस शहर ने 500 साल पहले दुनिया में कॉफी के प्रचलन की शुरुआत की थी ।
स्रोत – हिन्दुस्तान टाइम्स