चंद्रयान- 3 के लिए प्रमुख रॉकेट इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण
हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान- 3 के लिए प्रमुख रॉकेट इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण पूरा कर लिया है ।
- तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में इसरो के प्रणोदन परिसर में CE-20 क्रायोजेनिक इंजन का उड़ान स्वीकार्य ताप परीक्षण आयोजित किया गया है।
- यह इंजन चंद्रयान-3 मिशन को प्रक्षेपित करने वाले LVM3 यान के क्रायोजेनिक ऊपरी चरण को शक्ति प्रदान करेगा।
- क्रायोजेनिक इंजन / क्रायोजेनिक चरण, अंतरिक्ष प्रक्षेपण यानों का अंतिम चरण होता है। यह अत्यधिक कम तापमान पर प्रणोदक का उपयोग करता है ।
- यह अधिक कुशल ईंधन है। यह ठोस और पृथ्वी पर भंडारण योग्य तरल प्रणोदक रॉकेट चरणों की तुलना में प्रत्येक किलोग्राम प्रणोदक के दहन पर अधिक थ्रस्ट प्रदान करता है।
- क्रायोजेनिक इंजन में प्रणोदक के रूप में तरल ऑक्सीजन (LOX) और तरल हाइड्रोजन (LH2 ) का उपयोग किया जाता है।
क्रायोजेनिक रॉकेट इंजन के प्रमुख घटक :
- दहन / थ्रस्ट चैंबर, इग्नाइटर, फ्यूल इंजेक्टर, फ्यूल क्रायो पंप्स, ऑक्सीडाइजर क्रायो पंप्स, गैस टरबाइन, क्रायो वाल्व्स, रेगुलेटर्स, फ्यूल टैंक्स और रॉकेट इंजन नोजल्स ।
- चंद्रयान-3 को 2023 के अंत में प्रक्षेपित किया जाएगा। यह चंद्रयान-2 का अनुवर्ती मिशन है। यह चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग करने और रोवर करने की एंड-टू-एंड क्षमता से युक्त होगा ।
- चंद्रयान-2 को 2019 में लॉन्च किया गया था, जबकि चंद्रयान-1 को 2008 में लॉन्च किया गया था ।
स्रोत – द हिन्दू