ग्लोबल स्टेट ऑफ डेमोक्रेसी रिपोर्ट 2021
हाल ही में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस (इंटरनेशनल-आईडिया /International-IDEA) द्वारा ग्लोबल स्टेट ऑफ डेमोक्रेसी रिपोर्ट, 2021 जारी की गई है।
इस रिपोर्ट के अंतर्गत शासन के तीन प्रमुख प्रकारों यथा- लोकतंत्र, मिश्रित (हाइब्रिड) और सत्तावादी शासन का उल्लेख किया गया है।
लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धी चुनाव होते हैं, जिसमें विपक्ष के पास सत्ता प्राप्त करने का एक वास्तविक अवसर होता है। मिश्रित और सत्तावादी शासनों में ऐसा नहीं होता है, इन दोनों को गैर-लोकतांत्रिकशासन के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
प्रमुख निष्कर्ष
- वर्ष 2020 में शासन की सत्तावादी प्रवृत्ति को अपनाने वाले देशों की संख्या लोकतांत्रिक प्रवृत्ति को अपनाने वाले देशों से अधिक हो गई थी। इसके अतिरिक्त वैश्विक महामारी ने भी इस प्रवृत्ति को और व्यापक किया है।
- स्थापित लोकतंत्रों में भी, अधिकांशतः बिना किसी प्रमाण के, चुनावी अखंडता पर प्रश्न आरोपित किये जा रहे हैं।
- लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकारें तेजी से सत्तावादी रणनीति अपना रही हैं।
- कोविड-19 टीकों का असमान वैश्विक वितरण और साथ ही वैक्सीन-विरोधी विचार, टीकाकरण कार्यक्रमों की गति को कम करते हैं। ये स्वास्थ्य संकट की अवधि को बढ़ाने और बुनियादी स्वतंत्रता पर प्रतिबंधों को सामान्य बनाने का जोखिम उत्पन्न करते हैं।
- विश्व भर के देशों ने नागरिकों को अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग जारी रखने की अनुमति देने के लिए अत्यधिक विपरीत परिस्थितियों में चुनाव आयोजित कराये हैं।
- सभा करने या भीड़ जुटाने पर प्रतिबंध होने के बावजूद, 80% से अधिक देशों में महामारी के दौरान विरोध प्रदर्शन देखे गए हैं।
- निजी क्षेत्र द्वारा भी लोकतांत्रिक अधिकारों के मुद्दों को उठाए जाने के संकेत मिले हैं, जैसे चीन में उइगरों के साथ व्यवहार।
इंटरनेशनल आईडिया
- इंटरनेशनल आईडिया (International-IDEA) एक अंतर-सरकारी संगठन है। इसे विश्व भर में लोकतंत्र को बढ़ावा देने और उसे बेहतर करने का अधिदेश प्राप्त है। भारत इसका एक संस्थापक सदस्य है। इसकी स्थापना वर्ष 1995 में हुई थी और वर्तमान में 33 देश इसके सदस्य हैं।
- यह सभी स्तरों पर लोकतांत्रिक राजनीतिक संस्थानों और प्रक्रियाओं के निर्माण, सुदृढ़ीकरण तथा सुरक्षा समर्थन के माध्यम से सार्वभौमिक मानव आकांक्षा और सतत् विकास के एक प्रवर्तक के रूप में दुनिया भर में लोकतंत्र को आगे बढ़ाता है।
स्रोत – द हिन्दू