गुटनिरपेक्ष स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक संपन्न
भारतीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मंत्री द्वारा हाल ही में गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की एक बैठक में भाग लिया गया है ।
बैठक में भारत का रुख:
- भारत ने इस बैठक में वैक्सीन मैत्री पहल शुरू की ।इस पहल के माध्यम से भारत ने अपनी ज़रूरतों के बावजूद कोविड -19 महामारी के दौरान 59 NAM देशों सहित 123 भागीदार देशों को दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की है ।
- इसके साथ हीयह भी बताया कि’सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज’ के लिए भी प्रयास किया गया। इसमें सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को यह सुनिश्चित करने हेतु परिभाषित किया गया है कि सभी लोगों के पास पर्याप्त गुणवत्ता की आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच सुनिश्चित हो ।
- आयुष्मान भारत का उद्देश्य 500 मिलियन से अधिक वंचित लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य आश्वासन प्रदान करना है, जिससे यह दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना बन जाए।
- आयुष्मान भारत योजना में मानव घरों से सबसे निकट स्वास्थ्य देखभाल सेवा सुनिश्चित करने के लिये स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना करना है ।
- कमज़ोर परिवारों को विनाशकारी स्वास्थ्य प्रकरणों से उत्पन्न होने वाले वित्तीय जोखिम से बचाने के लियेप्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) का निर्माण।
- ग्राम आधारित सूक्ष्म योजनाओं पर अधिक ज़ोर देने के साथ पूर्ण टीकाकरण कवरेज तीव्र गति से बढ़ रहा है जिसका उद्देश्य एक वर्ष में कवरेज को 90% तक बढ़ाना है।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन:
- वर्ष 1945-1991 के शीत युद्ध के दौरान देशो को एक संगठन के रूप में गठित किया गया था। यह संगठन औपचारिक रूप से अपने को संयुक्त राज्य अमेरिका एवं सोवियत संघ के साथ नहीं जुड़ना चाहता था। यह इन दोनों से इतरस्वतंत्र या तटस्थ एक संगठन है।
- वर्ष 1955 के बांडुंग सम्मेलन के छह वर्ष बाद गुटनिरपेक्ष देशों के आंदोलन को बेलग्रेड में के पहले शिखर सम्मेलन के रूप में सितंबर 1961 में आयोजित किया गया था।
- अप्रैल 2018 तक इसमें 120 सदस्य शामिल हो चुके हैं, जिसमें अफ्रीका के 53 देश, एशिया के 39, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन के 26 देश और यूरोप के 2 देश सम्मिलित किये गए हैं।
- गुटनिरपेक्ष आंदोलन का कोई औपचारिक संविधान या स्थायी सचिवालय नहीं है और इसकी प्रशासनिक व्यवस्था गैर-श्रेणीबद्ध एवं चक्रीय होती है।
- निर्णय सर्वसम्मति से किये जाते हैं, जिसके लिये पर्याप्त सहमति की आवश्यकता होती है। हाल ही में वर्ष 2020 में अज़रबैजान की अध्यक्षता में गुटनिरपेक्ष आंदोलन की बैठक बुलाई गई।
स्रोत – पीआईबी