गलवान घाटी में झड़प की घटना
हाल ही में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में स्थित गलवान घाटी के ‘नो-पेट्रोलिंग ज़ोन’ में झड़प की घटना फिर सामने आई थी।
पृष्ठभूमि:
- विदित हो कि 15 जून, 2020 में चीन और भारतीय सैनिको के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमे भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे।
- इस घटना के बाद से गलवान घाटी के वाई-जंक्शन (Y-junction) के निकट मुठभेड़ वाली जगह के दोनों ओर लगभग 1.5 किमी अर्थात कुल 3 किमी की दूरी तक के क्षेत्र क ‘नो-पेट्रोलिंग ज़ोन’ घोषित कर दिया गया था। इसके पश्चात इस क्षेत्र में ‘पैदल गश्त’ करने पर 30 दिन का विराम भी लागू किया गया था।
गलवान नदी घाटी (Galwan river valley)
- लद्दाख़ और अक्साई चीन के मध्य भारत-चीन सीमा के निकट गलवान घाटी क्षेत्र स्थित है। इसी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) अक्साई चीन को भारत से विभाजित करती है।
- यह काराकोरम रेंज के पूर्वी हिस्से में कारवां कैंपसाइट सैमजंगलिंग के पास से निकलती है और श्योक नदी में शामिल होने के लिए पश्चिम की ओर बहती है।
- गलवान घाटी, पश्चिम में लद्दाख और पूर्व में अक्साई चीन के बीच रणनीतिक रूप से स्थित है। इसके पश्चिमी छोर पर श्योक नदी, और ‘दरबुक-श्योक-दौलेट बेग ओल्डी’ (DSDBO) सड़क मार्ग स्थित है।
स्रोत – द हिन्दू