खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के साथ भारत का बढ़ता द्विपक्षीय व्यापार
GCC समूह के देशों के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2020-21 के 87.4 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर वर्ष 2021-22 में 154.73 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है।
उल्लेखनीय है कि दोनों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों के कारण व्यापार में वृद्धि दर्ज की गयी है।
वर्ष 2021-22 में GCC को भारत का निर्यात 58.26 प्रतिशत बढ़ा है।
भारत के कुल निर्यात में GCC देशों की हिस्सेदारी बढ़कर 10.4 प्रतिशत हो गई है। GCC एक राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और क्षेत्रीय संगठन है।
इसके सदस्यों में शामिल हैं- सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यू.ए.ई.), ओमान, कतर, बहरीन तथा कुवैत।
भारत GCC संबंधों का महत्व
- व्यापार और वाणिज्यः वर्ष 2021-22 में भारत के कुल व्यापार का लगभग पांचवां हिस्सा इराक सहित GCC के साथ संपन्न हुआ था।
- ऊर्जा सुरक्षाः GCC के पर्याप्त तेल और गैस भंडार भारत की ऊर्जा जरूरतों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
- विप्रेषणः वर्ष 2017 में, भारत में कुल विप्रेषण (remittance) प्रवाह का 6% हिस्सा अकेले GCC देशों का था।
- प्रवासी आबादीः संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और कुवैत में कुल अनिवासी भारतीयों (NRI) का आधे से अधिक हिस्सा है।
एक अन्य घटनाक्रम में, भारत और कतर ने स्टार्ट अप क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के लिए इन्वेस्ट इंडिया और इन्वेस्ट कतर के बीच एक स्टार्ट अप ब्रिज लॉन्च किया है।
स्रोत –द हिन्दू