हाल ही में भारत और किर्गिजस्तान के बीच एक संयुक्त सैन्य अभ्यास का आयोजन किया गया, जिसे खंजर नाम दिया गया है।
यह सैन्य अभ्यासकिर्गिस्तान (Kyrgyzstan) की राजधानी बिश्केक (Bishkek) में संपन्न हुआ। इसकी मेजबानीकिर्गिस्तान द्वारा की गई।
भारत –किर्गिजस्तानसंयुक्त सैन्य अभ्यास श्रृंखला का यह 8वां सैन्य अभ्यास है जो मुख्यतः आतंकवाद और उच्च ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्रऔर काउंटर-एक्सट्रीमिज़्म अभ्यासों पर केंद्रित था।
2011 से प्रतिवर्ष भारत और किर्गिजस्तान के बीच ‘खंजर’ अभ्यास का आयोजन किया जाता रहा है।
यह सैन्य अभ्यास दो सप्ताह के लिए आयोजित किया गया था।जिसमेंकिर्गिज़ गणराज्य के नेशनल गार्ड्स तथा भारतीय सेना की विशेष बल इकाईके जवानो ने हिस्सा लिया।
भारत-किर्गिजस्तान संबंध:
- रक्षा सहयोग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए वर्ष 2015 में, भारत और किर्गिजस्तान के बीच चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे। जिसके तहत प्रतिवर्ष दोनों देशों के मध्य एक सैन्य अभ्यास का आयोजन कराना भी शामिल था।
- चूँकि किर्गिजस्तान मध्य एशिया में स्थित है, इसलिए भारत इस क्षेत्र में अपने व्यापार के विस्तार हेतु कई अवसरों की तलाश कर रहा है।
- इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए भारत अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारा(INSTC) और चाबहार बंदरगाह जैसी महत्वपूर्ण योजना से जुड़ा हुआ है। अतः भारत,किर्गिजस्तान के साथ हमेशा अच्छे संबंध विकसित करना चाहता है।
आतंकवाद की समस्या:
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- विदित हो किफ़रगना घाटी (Fergana valley)जो किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान के मध्य स्थित है,एक प्रमुख आतंकवादी संगठन हिज़्ब-उत-तहरीर और इस्लामिक मूवमेंट ऑफ़ उज्बेकिस्तान का गढ़ माना जाता है।
- अफगानिस्तान से अमेरिका के सैनिकों के वापस होने के पश्चात तालिबान, अफगानिस्तान पर प्रभुत्व स्थापित करते हुए इन क्षेत्रों पर भी अधिकार कर सकता है।
- ऐसे में भारत के लिए इन मध्य एशियाई देशों के साथ मजबूत रक्षा संबंध बनाना अति आवश्यक हो जाता है।
भारतीय सेना की विशेष बल इकाई क्या होता है?
- किसी मिशन या विशेष कार्य हेतु बनाए गए प्रशिक्षित जवानों के समूह को विशेष बल का नाम दिया जाता है।
- जैसे -भारतीय सेना के पैरा स्पेशल फोर्सेस को आतंकवाद, बंधक बचाव,आतंकवाद रोधी जैसे विभिन्न भूमिकाओं के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
- ऐसे ही वायु सेना में गरुड़ कमांडो फोर्स एक विशेष बल है। इस बल के मुख्य कार्यों में आतंकवाद रोधी गतिविधियाँ शामिल हैं। इस बल ने अपने कौशल के लिए अंतरराष्ट्रीय ख्याति अर्जित की है।
स्रोत – द हिन्दू