क्वांटम यांत्रिकी का उपयोग करके फोनॉन विभाजित
हाल ही में भौतिक-विज्ञानियों ने क्वांटम यांत्रिकी का उपयोग करके फोनॉन को विभाजित करने में सफलता प्राप्त की है।
- वैज्ञानिकों ने फोनॉन का सफलतापूर्वक विभाजन किया है। साथ ही वैज्ञानिकों ने क्वांटम स्थितियों में हेरफेर करने व उन्हें नियंत्रित करने में फोनॉन के गुणों व क्षमता का भी प्रदर्शन किया है ।
- फोनॉन अर्द्ध-कण (quasiparticle) अवस्था में होते हैं। ये किसी ठोस पदार्थ में परमाणुओं या अणुओं के सामूहिक कंपन का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- इस उपलब्धि से भविष्य में साउंड युक्त क्वांटम कंप्यूटर या अत्यंत संवेदनशील माप उपकरणों का विकास करने में सफलता मिल सकती है।
- वर्तमान में, लीनियर ऑप्टिकल क्वांटम कंप्यूटिंग में क्यूबिट्स के रूप में फोटॉन (प्रकाश के कण ) का उपयोग किया जाता है। क्यूबिट्स, क्वांटम कंप्यूटर में सूचना की आधारभूत इकाई हैं।
- फोटॉन और फोनॉन, दोनों ही क्वांटम कंप्यूटिंग अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण विषय हैं। हालांकि, ध्वनि के प्रति अधिक संवेदनशील होने तथा मापनीयता (scalability) व पहचान संबंधी समस्याओं के कारण फोनॉन का अध्ययन करना चुनौतीपूर्ण है।
फोटॉन:
- फोटॉन प्रकाश या विद्युत चुम्बकीय तरंगों में उपस्थित ऊर्जा के छोटे-छोटे पैकेट्स हैं।
- फोटॉन निर्वात में भी गमन कर सकते हैं।
- अलग-अलग तरंगदैर्ध्य के फोटॉन आमतौर पर परस्पर क्रिया नहीं करते हैं।
- फोटॉन कण तथा तरंग, दोनों तरह के गुणों को प्रदर्शित करते हैं। इसलिए इन्हें “वेव- पार्टिकल डुअलिटी’ के रूप में भी जाना जाता है।
फोनॉन:
- फोनॉन ध्वनि तरंगों में उपस्थित ऊर्जा के छोटे-छोटे पैकेट्स हैं।
- फोनॉन को गमन करने के लिए हवा या पानी जैसे किसी माध्यम की जरूरत पड़ती है।
- अलग-अलग तरंगदैर्ध्य के फोनॉन एक-दूसरे से टकराकर परस्पर क्रिया करते हैं, अथवा मिल जाते हैं। इससे वे एक अलग तरंग दैर्ध्य पैदा करते हैं।
स्रोत – द हिन्दू