‘क्लीन एनर्जी मिनिस्ट्रियल– इंडस्ट्रियल डीप डीकार्बनाइजेशन इनीशियेटिव’
हाल ही में भारत और यूनाइटेड किंगडम के ऊर्जा प्रमुखों की 12 वीं बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में दोनो देशो ने ‘क्लीन एनर्जी मिनिस्ट्रियल (CEM) – इंडस्ट्रियल डीप डीकार्बनाइजेशन इनीशियेटिव’ (IDDI) के तहत औद्योगिक ऊर्जा दक्षता को प्रोत्साहन देने के लिये नई कार्य-प्रक्रियाओं को प्रारंभ किया है।
इंडस्ट्रियल डीप डीकार्बोनाइजेशन इनिशिएटिव (IDDI)
- आईडीडीआई, सार्वजनिक और निजी संगठनों का एक वैश्विक संगठन है, यह निम्न-कार्बन वाली औद्योगिक सामग्री की मांग को गति प्रदान करने के लिए कार्य करता है।
- IDDI, राष्ट्रीय सरकारों के सहयोग से कार्बन आकलन को मानकीकृत करने, सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के महत्वाकांक्षी खरीद लक्ष्यों को निर्धारित करने, निम्न-कार्बन उत्पाद विकास में निवेश में वृद्धि करने और उद्योग दिशानिर्देशों को डिजाइन करने के लिए कार्य करता है।
- इसे संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (UNIDO) द्वारा समन्वित किया जाता है।
- इंडस्ट्रियल डीप डीकार्बोनाइजेशनइ निशिएटिवका नेतृत्व, यूनाइटेड किंगडम और भारत के द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है।जर्मनी और कनाडा वर्तमान में IDDI सदस्य हैं।
क्लीन एनर्जी मिनिस्ट्रियल (CEM):
- दिसंबर 2009 में कोपेनहेगन में आयोजित पार्टियों के जलवायु परिवर्तन सम्मेलन पर संयुक्त राष्ट्र के फ्रेमवर्क कन्वेंशन के अवसर पर ‘क्लीन एनर्जी मिनिस्ट्रियल’ की स्थापना की गई थी।
- CEM, स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकी को गति प्रदान करने वाली नीतियों और कार्यक्रमों को बढ़ावा देने, अनुभव और सर्वोत्तम पद्धतियों को साझा करने तथा वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा अर्थव्यवस्था में पारगमन को प्रोत्साहित करने के लिए एक उच्च स्तरीय वैश्विक मंच है।
- विदित हो कि भारत सहित 29 देश क्लीन एनर्जी मिनिस्ट्रियल (CEM) में सम्मिलित हैं।
स्रोत – द हिन्दू