क्यू एस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022

क्यू एस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022

वैश्विक तौर पर उच्च शिक्षा के अग्रणी विश्लेषक ‘क्यू एस अर्थात क्वाक्वेरेली साइमंड्स’ (Quacquarelli Symonds-QS ) ने हाल ही में वैश्विक स्तर पर उच्च शिक्षण संस्थानों ,अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय की 18वीं रैंकिंग जारी है।

उच्च शिक्षा पर ‘क्वाक्वेरेली साइमंड्स’ की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग को ‘अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग विशेषज्ञ समूह’ (IREG) का अनुमोदन भी प्राप्त है।

रिपोर्ट में विश्व के शीर्ष 3 संस्थान:

  1. ‘मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी’जो लगातार दसवें वर्ष शीर्ष स्थान हासिल किया है।
  2. ‘ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय’जिसने वर्ष 2006 के बाद पहली बार दूसरा स्थान हासिल किया है।
  3. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय को एक साथतीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।

भारतीय संस्थानों का प्रदर्शन:

  • भारत के तीन विश्वविद्यालय ऐसे हैं, जिन्होंने शीर्ष-200 रैंक में स्थान हासिल किया है, ये हैं -भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे और आईआईटी दिल्ली।
  • जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय को पहली बार क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में जगह हासिल हुई है और इसे 561-570 रैंकिंग बैंड में रखा गया है।
  • भारत के 35 विश्वविद्यालयों में से 17 ने शोध पेपर प्रति संकाय सदस्य (Citations per faculty) स्कोर में बढ़ोत्तरी प्राप्त की है, जबकि 12 विश्वविद्यालयों का प्रदर्शन इस संकेतक में गिरा है।

चुनौतियां:

  • हालांकि, भारतीय विश्वविद्यालय क्यूएस के ‘संस्थागत शिक्षण क्षमता’ मापदंड में संघर्ष करना पड़ रहा है। भारत के 35 विश्वविद्यालयों में से 23 विश्वविद्यालयों की ‘संकाय-छात्र अनुपात संकेतक’ में गिरावट हुई है, और मात्र 6 विश्वविद्यालयों ने इस संकेतक में सुधार किया है।
  • संकाय-छात्र अनुपात (Faculty-Student Ratio)श्रेणी में कोई भी भारतीय विश्वविद्यालय ‘शीर्ष 250’ में शामिल नहीं हो पाए हैं ।

विश्वविद्यालयों की रैंकिंग किस प्रकार की जाती है?

निम्नलिखित 6 प्रमुख संकेतकों के आधार पर विश्वविद्यालयों की रैंकिंग निर्धारित की जाती है:

  1. शैक्षणिक प्रतिष्ठा (Academic Reputation)
  2. नियोक्ता की प्रतिष्ठा (Employer Reputation)
  3. संकाय-छात्र अनुपात (Faculty-Student Ratio)
  4. शोध पेपर प्रति संकाय सदस्य (Citations per faculty)
  5. अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का अनुपात (Proportion of International Students)
  6. अंतर्राष्ट्रीय संकाय अनुपात (Proportion of International Faculty)

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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