हाल ही में मजबूत टीकाकरण अभियान के साथ ही केरल की वेम्बनाड झील में हाउसबोट (Kerala houseboats) के शीघ्र आरम्भ होने की उम्मीद है । वेम्बनाड झील केरल की सबसे बड़ी और भारत की सबसे लंबी झील है।
प्रमुख बिंदु:
- इस झील को, कुट्टनाड में पुन्नमदा झील और कोच्चि में कोच्चि झील, इसके अलावा इसे वेम्बनाड कयाल, वेम्बनाड कोल के नाम से भी जाना जाता है।
- केरल में यह 2033.02 किलोमीटर से अधिक के क्षेत्र को कवर करती है। इस झील का मुख्य स्रोत 4 नदियों मीनाचिल, अचनकोविल पम्पा और मणिमालासे संबंधित है।
- यह एक संकरे द्वीप के द्वारा अरब सागर से पृथक होती है तथा केरल में एक लोकप्रिय ‘लेगून दरार’ का निर्माण करती है।
- वल्लम काली अर्थात ‘नेहरू ट्रॉफी नाव रेस’ एक स्नेक बोट रेस है जिसका आयोजन प्रति वर्ष अगस्त माह में वेम्बनाड झील में किया जाता है।
- साल 2002 में इस झील को अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमि की सूची में शामिल किया गया था आर्द्रभूमि को रामसर अभिसमय (Ramsar Convention) द्वारा परिभाषित किया जाता है ।
- यह पश्चिम बंगाल में सुंदरबन डेल्टा (Sundarbans Delta) के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा रामसर क्षेत्र है।
- वेम्बनाड आर्द्रभूमि की पहचानभारत सरकार ने ‘राष्ट्रीय आर्द्रभूमि संरक्षण कार्यक्रम’ (National Wetlands Conservation Programme) के तहत की है।
- इस झील के पूर्वी तट पर कुमारकोम पक्षी अभयारण्य (Kumarakom Bird Sanctuary) स्थित है।
- साल 2019 में विलिंगडन द्वीप जो कि कोच्चि शहर में अवस्थित है, के कुछ हिस्से को अलग कर वेम्बनाड झील का निर्माण किया गया था।
- इस झील की सबसे प्रमुख विशेषताओं में से एक इस पर 1252 मीटर लंबी निर्मित खारे पानी की बाढ़, थन्नीरमुकोम (Thanneermukkom) है, इसे कुट्टनाड में खारे पानी को रोकने के उद्देश्य से निर्मित किया गया था।
स्रोत – द हिन्दू