कृष्णापट्टनम और तुमकुर में औद्योगिक गलियारा नोड्स
- हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने सीबीआईसी मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स के अंतर्गत कृष्णापट्टनम और तुमकुर में औद्योगिक गलियारा नोड्स और ग्रेटर नोएडा में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक हब को स्वीकृति दी है।
- तुमकूर औद्योगिक गलियारा और ग्रेटर नोएडा में लॉजिस्टिक हब के विकास के लिए 7,725 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए. इन दोनों परियोजनाओं से 2.8 लाख से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार पैदा होने का अनुमान है।
‘औद्योगिक गलियारा’ क्या होता है?
- औद्योगिक गलियारा मूल रूप से, मुख्य मार्ग के रूप में राज्यों से होकर गुजरने वाला मल्टी मॉडल परिवहन सेवाओं से युक्त गलियारा होता है।
- सरल शब्दों में कहा जाए तो औद्योगिक गलियारा मूल रूप से मल्टी-मॉडल परिवहन सेवाओं से युक्त गलियारा होता है, जो कि विभिन्न राज्यों से गुजरते हुए दो विशिष्ट स्थानों को जोड़ता है।
- औद्योगिक गलियारे, उद्योग और अवसंरचनाओं के मध्य प्रभावी समेकन उपलब्ध कराते हैं, जिससे समग्र रूप से आर्थिक और सामाजिक विकास में वृद्धि होती है।
- अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्र एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं और औद्योगिक गलियारे इस परस्पर-निर्भरता के लिये उद्योग एवं बुनियादी ढाँचे के बीच प्रभावी एकीकरण सुनिश्चित करते हैं, ताकि समग्र आर्थिक और सामाजिक विकास हो सके।
औद्योगिक गलियारों में विश्व स्तरीय अवसंरचनाओं का निर्माण किया जाता है, यथा:
- द्रुतगति परिवहन नेटवर्क – रेल और सड़क
- अत्याधुनिक कार्गो हैंडलिंग उपकरणों सहित बंदरगाह
- आधुनिक हवाई अड्डे
- विशेष आर्थिक क्षेत्र / औद्योगिक क्षेत्र
- लॉजिस्टिक पार्क / ट्रांसशिपमेंट हब
- औद्योगिक जरूरतों को पूरा करने के लिए नॉलेज पार्क
- टाउनशिप / रियल एस्टेट जैसी पूरक अवसंरचनाएं
स्रोत – द हिन्दू