‘एपीडा’ द्वारा पूर्वोत्तर क्षेत्र को कृषि निर्यात केंद्र के रूप में बढ़ावा
हाल ही में ‘एपीडा’(Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority-APEDA) ने पूर्वोत्तर क्षेत्र (NER) को कृषि निर्यात केंद्र के रूप में बढ़ावा देने के लिए रणनीति तैयार की है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र में आठ राज्य शामिल हैं: असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम।
देश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में ये राज्य निम्नलिखित कारणों से लाभ की स्थिति में हैं–
- इस क्षेत्र की मिट्टी उपजाऊ है,
- यहां की जलवायु स्थितियां अनुकूल हैं,
- यह क्षेत्र वन संपदा और जैव विविधता के मामले में काफी समृद्ध है,
- इस क्षेत्र में शिक्षित कार्यबल है और कृषि उत्पादों के निर्यात का मूल्य 2 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया था।
- इस क्षेत्र से बांग्लादेश, भूटान, मध्य पूर्व, यूनाइटेड किंगडम और यूरोप को अधिक निर्यात किया जाता है। हालांकि, इस क्षेत्र के कुल कृषि उत्पादन का केवल 1% ही निर्यात किया जाता है।
इसके निम्नलिखित कारण हैं:
- कृषि उत्पादों के अधिक समय तक भंडारण के लिए आवश्यक अवसंरचना की कमी है,
- प्रसंस्करण उद्योग उपलब्ध नहीं हैं,
- उत्पादन एवं उसके एकत्रीकरण से संबंधित मुद्दे आदि।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) द्वारा की गई पहलें
- आयातकों को खेतों का दौरा करने की सुविधा दी जा रही है। इस पहल से आयातक किसानों द्वारा अपनाई जा रही गुणवत्ता वाली खेती के तरीकों के बारे में सीधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र के विभिन्न भागों में निर्यात के लिए जागरूकता बढ़ाने पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
- प्राकृतिक, जैविक और भौगोलिक संकेतक (GI) प्राप्त कृषि उत्पादों की निर्यात क्षमता पर सम्मेलन आयोजित किये जा रहे हैं।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र के उत्पादों की ब्रांडिंग और प्रचार के लिए सहायता दी जा रही है। कीवी वाइन आदि इसी तरह के उत्पाद हैं।
- एपीडा एक सांविधिक निकाय है। यह नई दिल्ली में स्थित है। इसकी स्थापना कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण अधिनियम, 1985 के तहत की गई है।
स्रोत –द हिन्दू