भारत का कृषि निर्यात सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है
वाणिज्य विभाग (DoC) के आंकड़ों के अनुसार 2022-23 के दौरान भारत का कुल कृषि निर्यात 53.1 अरब डॉलर रहा है । यह पिछले साल के 50.2 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गया है ।
समुद्री उत्पाद, चावल और चीनी भारत के कृषि निर्यात में हालिया वृद्धि के प्रमुख संचालक हैं ।
हालांकि, 2022-23 के दौरान भारत का आयात भी 35.69 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है।
कृषि व्यापार को संचालित करने वाले प्रमुख कारक
- घरेलू उत्पादन: उत्पादन कम होने से आयात अधिक होता है।
- घरेलू नीति: मूल्य समर्थन, निर्यात / आयात का उदारीकरण आदि ।
- वैश्विक कारक: वैश्विक खाद्य कीमतों में उतार-चढ़ाव, कृषि उत्पादों की मांग आदि ।
कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलें
- निर्यात बास्केट और निर्यात गंतव्यों में विविधता लाने के लिए कृषि निर्यात नीति, 2018 (AEP) घोषित की गई है। यह नीति उच्च मूल्य वर्धित कृषि निर्यात को भी बढ़ावा देगी ।
- AEP के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए ‘निर्यात हब के रूप में जिले योजना आरंभ की गई है । इस योजना के तहत देश भर के 700 से अधिक जिलों में निर्यात क्षमता वाले उत्पादों की पहचान की जाएगी ।
- APEDA की पहल: इसके द्वारा कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात संवर्धन योजना लागू की जा रही है ।
- यह विदेशों में भारतीय मिशनों के साथ सहयोग करता है और भौगोलिक संकेतक ( GI) उत्पादों को बढ़ावा देता है ।
- अलग-अलग राज्यों में राज्य विशिष्ट कार्य योजनाएं तैयार की जा रही हैं। साथ ही, राज्य स्तरीय निगरानी समितियों, कृषि निर्यात के लिए नोडल एजेंसियों और क्लस्टर स्तर की समितियों का गठन किया जा रहा रहा ।
स्रोत – द हिन्दू