बैंकों ने कृषि ऋण के लिए बैड बैंक की अनुशंसा की है
हाल ही में कृषि क्षेत्र में अशोध्य ऋणों (bad loans) की वसूली में सुधार के लिए, प्रमुख बैंकों ने विशेष रूप से कृषि ऋण से निपटने के लिए एक परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनी (Asset Reconstruction Company: ARC) की स्थापना के लिए आरंभिक चर्चा की है।
वर्तमान में, कृषि क्षेत्र में गैर-निष्पादित आस्तियों (NPA) से निपटने के लिए कोई एकीकृत तंत्र है नहीं है। साथ ही, ऐसा कोई कानून भी नहीं है, कृषि भूमि पर किए गए बंधक (mortgage) अनुबंध के प्रवर्तन से संबंधित हो।
ARC एक विशेष प्रकार की वित्तीय संस्था है। यह बैंक की देनदारियों को पारस्परिक रूप से सहमत मूल्य पर क्रय करती है। इसके अतिरिक्त, ऋणों या संबद्ध प्रतिभूतियों को स्वयं ही वसूल करने का प्रयास करती है।
मार्च-2021 के अंत में, कृषि क्षेत्र के लिए बैंकों का सकल NPA अनुपात 9.8% था, जबकि उद्योग और सेवाओं के लिए यह क्रमशः 11.3% तथा 7.5% था।
वर्ष 2022 में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले, यह चिंता प्रकट की गई है कि कृषि क्षेत्र में NPA बढ़ सकता है (ऋण माफी के कारण)।
कृषि क्षेत्र के लिए ARC के लाभ
- एकल संस्थान/ARC के साथ, वसूली की लागत को अनुकूलित किया जा सकता है, क्योंकि भारत में कृषि बाजार बिखरा हुआ है।
- नियमित बैंकिंग संबंध प्रभावित नहीं होते हैं, क्योंकि इससे बैंकों के तुलन पत्र त्रुटिहीन हो जाते हैं।
स्रोत – द हिंदू