कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) नवाचार रिपोर्ट
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) नवाचार रिपोर्ट
हाल ही में जारी की गई नैसकॉम की रिपोर्ट के अनुसार भारत अब एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) नवाचार का केंद्र (Artificial Intelligence Innovation Hub) बन गया है।
पिछले पांच वर्षों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित नवाचार में महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ, भारत कृत्रिम बुद्धिमत्ता संबंधी सर्वाधिक पेटेंट दर्ज करवाने के आधार पर शीर्ष 10 देशों में शामिल हो गया है।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), मशीनों, विशेष रूप से कंप्यूटर प्रणाली द्वारा मानव बुद्धिमत्ता तंत्र का अनुकरण (simulation) है।
पेटेंट आवेदनों में वृद्धि के लाभ:
- इससे नवाचार की नकल होने के विरुद्ध सुरक्षा प्राप्त होती है।
- पेटेंट, नवाचार के मौद्रीकरण में सहायक होते हैं।
- ये प्रतिस्पर्धा के लिए प्रवेश बाधा के रूप में कार्य करते हैं, जिससे अधिक नवाचार और पेटेंट आवेदनों को बढ़ावा मिलता है।
चुनौतियां: पेटेंट प्रक्रिया के पूर्ण होने में अधिक समय लगता है। ध्यातव्य है कि पेटेंट आवेदन और उनकी अंततः स्वीकृति के बीच लगभग 4 वर्ष का अंतर होता है।
चुनौतियों से निपटने के उपायः
- स्टार्ट-अप और छोटी कंपनियों को परामर्श एवं मार्गदर्शन सहायता प्रदान करने के लिए हितधारकों का एक गठबंधन स्थापित किया जाना चाहिए।
- पेटेंट आवेदनों के महत्व पर जागरूकता सृजन के प्रयास किए जाने चाहिए।पेटेंट परीक्षण प्रक्रिया में अक्षमता निवारण हेतु प्रावधान किए जाने चाहिए।
- पेटेंट किसी आविष्कार, उत्पाद या एक प्रक्रिया के लिए दिया गया एक अनन्य अधिकार है। यह आविष्कार या उत्पाद या प्रक्रिया किसी कार्य को करने का एक नया तरीका प्रदान करते हैं या किसी समस्या का नवीन तकनीकी समाधान उपलब्ध करवाते हैं।
- पेटेंट को नवाचार को मापने के प्राथमिक तरीकों में से एक माना जाता है। भारत में सभी उभरते हुए तकनीकी पेटेंटों में AI की हिस्सेदारी 6 प्रतिशत है।
स्रोत :द हिन्दू
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