किसान उत्पादक संगठन (FPOS)
हाल ही में सरकार देश भर में 10,000 नए किसान उत्पादक संगठन (FPOS) स्थापित करने जा रही है । FPO एक प्रकार का उत्पादक संगठन (PO) है, जिसकेसदस्य किसान होते हैं।
एक FPO प्राथमिक उत्पादकों अर्थात किसान, दुग्धउत्पादक, मछुआरे, बुनकर, ग्रामीण कारीगर, शिल्पकार द्वारा गठित एक कानूनी इकाई है।
FPOS के लाभ:
- उत्पादकों को बेहतर आय सुनिश्चित करना, कार्यक्रमों के अभिसरण के लिए सरकारी विभागों के साथ संपर्क स्थापित करना, बेहतर सौदेबाजी क्षमता प्रदान करना, सरकारी सेवाओं तक बेहतर पहुंच आदि।
- इससे पूर्व फरवरी 2021 में, सरकार ने 10,000 किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) के गठन और संवर्धन के लिए केंद्रीय क्षेत्रक की एक योजना आरंभ की थी।
- किसानों के लिए लाभप्रदत्ता सुनिश्चित करने हेतु योजना में वर्ष 2019-20 से वर्ष 2023-24 तक पांच वर्ष की अवधि में 10,000 FPOsका गठन करना शामिल है।
- FPOs का गठन और संवर्धन कार्यान्वयन एजेंसियों (IAS) जैसे लघु कृषक कृषि व्यापार संघ (SFAC)राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) आदि केमाध्यम से किया जाना है।
- ये IAS प्रत्येक FPOको 5 वर्षों के लिए पेशेवर प्रारंभिकसहायता प्रदान करने के लिए क्लस्टर आधारित व्यावसायिक संगठनों (CBBOs) के साथ आगे संलग्न होंगे।
- वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान, FPOके गठन के लिए कुल 2200, FPOउपज क्लस्टर आवंटित किए गए हैं, जिसमें कुछ विशेष FPOउपज क्लस्टर भी शामिल हैं, जैसे कि ऑर्गेनिक के लिए 100 FPO, तिलहन के लिए 100 FPO आदि।
स्रोत – द हिन्दू